पायल घोष ने एक बार फिर अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम एकाउंट के जरिए बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इनडायरेक्ट तरीके से सुशांत सिंह राजपूत मामले को खुद से जोड़ते हुए अपनी हत्या की आशंका जताई है। साथ ही उन्होंने एक न्यूज़ पोर्टल और अनुराग के कनेक्शन को लेकर भी खुलासा किया है।
पायल घोष ने अपनी तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा
“मिस्टर अनुराग कश्यप के खिलाफ मैंने एक जाने-माने पोर्टल को इस घटना से जुड़ा एक इंटरव्यू दिया था और बाद में मुझे पता चला कि उन्हें इसके लिए खुद कश्यप से परमिशन चाहिए थी। मेरे देश के लोग, यदि मैं छत से लटकी हुई पाई जाती हूँ तो याद रखें कि मैंने आत्महत्या नहीं की है। हालाँकि उनके पास डिप्रेशन और ड्रग्स वाले नैरेटिव की कहानी तैयार है।”
इस पोस्ट के साथ ही पायल घोष ने दो हैशटैग भी यूज किया – #NotGoingDown #MeToo
बता दें कि अनुराग कश्यप के खिलाफ सेक्शुअल मिसकंडक्ट का आरोप लगाने वाली पायल घोष ने उनके खिलाफ रेप की शिकायत दर्ज करवाई है। मंगलवार को वकील के साथ पुलिस स्टेशन पहुँची ऐक्ट्रेस ने लिखित शिकायत में डायरेक्टर के खिलाफ कई अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं।
अनुराग कश्यप के खिलाफ शिकायत दर्ज होने की जानकारी पायल के वकील नितिन सतपुते ने दी। नितिन सतपुते ने कहा कि पायल घोष के साथ साल 2014 में छेड़छाड़ की गई और अनुराग कश्यप ने घर पर बुरा व्यवहार किया। ऐक्ट्रेस ने पहले शिकायत दर्ज करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें धमकी दी गई थी। उन पर दबाव डाला गया था कि अगर शिकायत दर्ज करोगी तो बहिष्कार कर दिया जाएगा।
Finally FIR has been lodged against Accused for the offence Rape, Wrongful Restrain, Wrongful Confinement and outraging modesty of woman U/S 376(1), 354, 341, 342 of IPC, @iampayalghosh @ANI @PTI_News @NCWIndia
— Adv Nitin Satpute ایڈوکیٹ نتن ستپوتے નિતિન સાતપુતે (@Nitin_Satpute) September 22, 2020
नितिन ने ट्वीट करके बताया था कि अनुराग कश्यप के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी गई है। अब पुलिस द्वारा आगे की जाँच पड़ताल की जा रही है।
अभिनेत्री के वकील नितिन सतपुते ने ट्वीट में लिखा, “कश्यप के खिलाफ दुष्कर्म, गलत इरादे से रोकने और अन्य मामलों में भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (I) बलात्कार, 354 (महिला के साथ मारपीट या शील भंग करने के इरादे से आपराधिक बल का प्रयोग), 341(किसी व्यक्ति को गलत तरीके से रोकना), 342 (किसी व्यक्ति को गलत तरीके से प्रतिबंधित करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।”