Monday, December 23, 2024
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‘गुलाम सोच वाले बॉलीवुड सेलेब्स’ – अमेरिकी हिंसा पर आँसू, पालघर साधुओं की मौत पर चुप्पी – कंगना ने लताड़ा

"आप पर्यावरण के मुद्दों पर इन लोगों को एक गोरी लड़की के लिए लड़ते हुए देख लेंगे, लेकिन भारत में भी बुजुर्ग औरतें व छोटे बच्चे बिना किसी मदद और सपोर्ट के बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। इनमें से कुछ को पद्मश्री जैसा सम्मान भी मिला है। मैं हैरान होती हूँ उनकी कहानियाँ पढ़कर, लेकिन उन्हें ये इंडस्ट्री कभी गौर नहीं करती।"

ट्विटर पर अन्य बॉलीवुड सेलेब्रेटीज को #blacklivesmatter का बढ़ चढ़कर सपोर्ट करता देख अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक प्रश्न उठाया है। उन्होंने पालघर साधुओं की लिंचिंग के मामले का हवाला देते हुए पूछा है कि आखिर ये सब लोग उस समय चुप क्यों थे?

पिंकविला को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने इस मामले में हैरानी जताते हुए कहा कि #blacklivesmatter अभियान में जिस तरह से बॉलीवुड सेलेब्स की प्रतिक्रिया आ रही है। मुमकिन है ये सब आजादी से पहले की गुलाम सोच वाले जीन के कारण हो।

कंगना रनौत ने बॉलीवुड सेलेब्स द्वारा चुनिंदा मुद्दों पर राय रखने की रवायत पर भी इस इंटरव्यू में तंज कसा। उन्होंने कहा कि वैसे भी जिसका नाम ही हॉलीवुड से लिया गया है, वहाँ लोग केवल विदेशी मुद्दों के बारे में ही सोचेंगे।

कंगना कहती हैं कि बॉलीवुड के लोगों को शर्म आनी चाहिए कि पालघर का किस्सा जो महाराष्ट्र का ही था, जहाँ पूरा बॉलीवुड का कुनबा रहता है, उस बारे में किसी ने बात नहीं की। एक शब्द नहीं बोला।

कंगना ने इस साक्षात्कार में यह भी कहा कि ये शर्म की बात है कि हमारे बॉलीवुड सेलिब्रिटी वैसे तो बहुत सुरक्षित होकर चलते हैं। लेकिन जैसे ही ऐसा समय आता है, वह मौके का फायदा उठाने से नहीं चूकते। इससे उन्हें 2 मिनट का फेम हासिल भले ही होता है लेकिन मुहीम ‘सफेद लोग’ ही चलाते हैं।

कंगना ने इस इंटरव्यू में पर्यावरण के मुद्दों पर काम कर रही भारतीय बुजुर्ग औरतों व छोटे बच्चों पर भी ध्यान आकर्षित करवाया। उन्होंने कहा, “आप पर्यावरण के मुद्दों पर इन लोगों को एक गोरी लड़की के लिए लड़ते हुए देख लेंगे, लेकिन भारत में भी बुजुर्ग औरतें व छोटे बच्चे बिना किसी मदद और सपोर्ट के बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। इनमें से कुछ को पद्मश्री जैसा सम्मान भी मिला है। मैं हैरान होती हूँ उनकी कहानियाँ पढ़कर, लेकिन उन्हें ये इंडस्ट्री कभी गौर नहीं करती।”

कंगना ने तंज कसते हुए कहा कि शायद साधू या आदिवासी लोग बॉलीवुड वालों और उनके फैंस के लिए ज्यादा फैंसी नहीं हैं इसलिए वो उनकी ओर ध्यान नहीं देते।

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों अमेरिका में जॉर्ड फ्लॉयड की मौत के बाद कई जगह पर इस समय प्रदर्शन जारी है। दुनिया के कई कोनों में इस घटना के ख़िलाफ़ आवाज उठ रही है और अश्वेतों पर होते अत्याचारों को खत्म करने की माँग हो रही है। वहीं बॉलीवुड में बॉलीवुड स्टार करीना कपूर खान, प्रियंका चोपड़ा, करण जौहर, दिशा पाटनी समेत कई सेलिब्रिटीज भी बीते दिनों सोशल मीडिया के जरिए अमेरिका में चल रहे आंदोलन को समर्थन कर रहे हैं। ऐसे में बॉलीवुड सेलेब्स की ऐसी सक्रियता देखखर कंगना ने यह तीखे सवाल किए हैं।

पालघर साधु लिंचिंग मामला

बता दें कि कुछ समय पहले महाराष्ट्र के पालघर के दहानु तालुका के एक आदिवासी बहुल गडचिंचले गाँव में सैकड़ों लोगों की भीड़ द्वारा जूना अखाड़ें के दो संतों और उनके ड्राइवर की पुलिस के सामने ही बड़ी बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी

घटना अप्रैल 16, 2020 के देर रात को घटी थी। इस घटना के बाद संत समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया था कि कैसे महाराष्ट्र पुलिस के सामने दो महात्माओं और उनके ड्राइवर की इस तरह से हत्या कर दी जाती है और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है।

लेकिन, तथाकथित सेकुलिज्म का परचम लहराने वाले अनुराग कश्यप जैसे लोग, बावजूद इन सबके सिर्फ़ ये कहते नजर आए थे कि इन मामले को साम्प्रदायिक रंग न दिया जाए। जबकि बाकी सेलेब्स ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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