अपने बेबाक बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत ने अब प्रियंका चोपड़ा के पॉलिटिकल स्टैंड पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब प्रियंका नेशनलिस्ट से सेकुलर पपी बन गई हैं। कंगना का यह बयान तब सामने आया जब उन्होंने एक न्यूज वेबसाइट का ट्वीट देखा। दरअसल, हाल ही में लिंक्डइन पर न्यूयॉर्क टाइम्स द्वारा प्रकाशित विज्ञापन में ‘हिंदू-विरोधी, मोदी-विरोधी’ संवाददाताओं की माँग की गई थी।
अब तक चार नेशनल अवॉर्ड अपने नाम कर चुकी कंगना ने बॉलीवुड-हॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाने वाली प्रियंका पर निशाना साधते हुए इंस्टाग्राम पर लिखा, ”लेकिन यह केवल पत्रकारिता में ही नहीं है। यह हर फील्ड में है, जिस तरह प्रियंका चोपड़ा राष्ट्रवादी से सेकुलर पपी बन गई हैं। मोदी जी की सबसे बड़ी फैन से उनकी आलोचक और हेटर तक, ये सब स्पष्ट है। बेसिकली रोटी के लिए दुनिया नाचती है। अपने देश में फ्रीडम तो है। जो करना है करो।”
दरअसल, 1 जुलाई को विवादास्पद अमेरिकी न्यूज वेबसाइट न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिंक्डइन पर जॉब रिक्रूटमेंट पोस्ट की थी। यह जॉब दिल्ली में साउथ एशिया बिजनेस संवाददाता के लिए है। इसमें हायरिंग की शर्तें देखकर ऐसा लगता है जैसे बिना हिंदू विरोधी या फिर मोदी विरोधी हुए बिना वहाँ जॉब पाना बेहद मुश्किल है।
अपने विज्ञापन के जरिए न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा था कि आवेदन करने वाला ऐसा हो, जो भारत सरकार के खिलाफ लिख सके और सत्ता बदलने की उनकी कोशिशों में अपना योगदान दे सके। इस जॉब पोस्टिंग में अखबार ने ये तक लिखा था कि वैसे तो भारत जनसंख्या के मामले में चीन को टक्कर दे रहा है, लेकिन फिर भी विश्व मंच पर बड़ी आवाज बनने की महत्वाकांक्षा पाले हुए है।
खैर, यह पहली बार नहीं है, जब कंगना ने सोशल मीडिया पर प्रियंका चोपड़ा के पाखंड का खुलासा किया है। इससे पहले भी वह देसी गर्ल (प्रियंका) और दिलजीत दोसांझ जैसे दोहरा मापदंड अपनाने वालों की बखिया उधेड़ चुकी हैं। मालूम हो कि पिछले साल किसान आंदोलन को लेकर दिलजीत दोसांझ की कंगना रनौत से लंबी बहस चली थी। ऐसे में कई लोगों ने दिलजीत को सही ठहराया था। इसी फेहरिस्त में प्रिंयका चोपड़ा ने भी दोसांझ का एक ट्वीट, रीट्वीट कर उनका और किसानों का समर्थन किया था। दिलजीत ने अपने इस ट्वीट में लिखा था, ”प्यार की बात करें। कोई भी धर्म लड़ाई नहीं सिखाता। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध सब एक-दूसरे के साथ हैं। भारत इसी रीति के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। यहां सभी प्यार से रहते हैं। यहाँ हर धर्म को इज्जत दी जाती है।”
Our farmers are India’s Food Soldiers. Their fears need to be allayed. Their hopes need to be met. As a thriving democracy, we must ensure that this crises is resolved sooner than later. https://t.co/PDOD0AIeFv
— PRIYANKA (@priyankachopra) December 6, 2020
कंगना ने पिछले साल अपने ट्वीट्स में कहा था, “दिलजीत दोसांझ और प्रियंका चोपड़ा जैसे लोगों को किसानों के प्रदर्शन को गुमराह और प्रोत्साहित करने के लिए वामपंथी मीडिया द्वारा इनकी सराहना की जाएगी। इस्लाम समर्थक, भारत विरोधी फिल्म इंडस्ट्री और ब्रांड उन्हें ऑफर से भर देंगे। अंग्रेजी/औपनिवेशिक हैंगओवर में रहने वाले मीडिया घराने उन्हें पुरस्कारों से सम्मानित करेंगे। समस्या यह है कि पूरी प्रणाली देशद्रोहियों को पनपने और विकसित करने के लिए डिजाइन की गई है और हम इस भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ संख्या में बहुत कम हैं, लेकिन मुझे यकीन है कि अच्छाई बनाम बुराई की हर लड़ाई में करिश्मा होगा। बुराई बहुत मजबूत रही है। जय श्री राम।”
बता दें कि राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित अभिनेत्री कंगना रनौत के अकाउंट को ट्विटर द्वारा मनमाने ढंग से सस्पेंड कर दिया गया था। ट्विटर ने दावा किया था कि उन्होंने मंच के सामुदायिक दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है। दरअसल, एक्ट्रेस ने अपने मैसेज में पश्चिम बंगाल में चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद की टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा की गई हिंसा के खिलाफ आवाज उठाई थी।
बॉलीवुड अभिनेत्री ने हिंसक घटनाओं को लेकर सिलसिलेवार ट्वीट कर नाराजगी जताते हुए लिखा था, “धिक्कार है हर उस राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया टट्टू को जो इस नरसंहार के लिए जिम्मेदार हैं। जिन्होंने इन खून की प्यासी राक्षसी (ममता बनर्जी) को बढ़ावा दिया। भारत याद रखो ये हिंदू राष्ट्रवादियों की मृत्यु नहीं, बल्कि राष्ट्रवाद की मृत्यु है।”