एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) का मसला खूब उछला था। खासकर कंगना रनौत इसको लेकर बेहद मुखर थीं। उनके निशाने पर खासतौर पर थे निर्माता-निर्देशक करण जौहर। वही करण जौहर अब शनाया कपूर के तौर पर एक और स्टार किड्स की लॉचिंग की तैयारियों में हैं।
सुशांत की मौत के बाद कंगना ने कहा था कि नेपोटिज्म उन वजहों में एक है जिसके चलते इतने प्रतिभाशाली एक्टर को दुनिया छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने सुशांत की मौत के मामले में कई बड़ी हस्तियों को मूवी माफिया कहकर घेरा था। कंगना का मानना रहा है कि करण जौहर बाहरी टैलेंट के प्रति असहिष्णु हैं और नेपोटिज्म की अगुवाई करते हैं।
शनाया कपूर को लॉन्च करने का ऐलान कर करण ने एक तरह से इसकी पुष्टि ही की है। शनाया, संजय कपूर की बेटी और अनिल कपूर की भतीजी हैं। करण ने शनाया की एक वीडियो शेयर करके बताया है कि इस जुलाई से शनाया बॉलीवुड प्रोजेक्ट की शूटिंग शुरू करेंगी।
वैसे शनाया पहली स्टार किड नहीं हैं, जिन्हें करण लॉन्च करने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने महेश भट्ट की बेटी आलिया भट्ट और डेविड धवन के बेटे वरुण धवन को ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के जरिए लॉन्च किया था। फिर चंकी पाडे की बेटी अनन्या पांडे को उसी फिल्म के दूसरे पार्ट में लॉन्च किया।
श्रीदेवी की बेटी जाह्ववी कपूर को धाकड़ फिल्म के जरिए बॉलीवुड में भी वही लाए थे। आलोचकों का कहना है कि करण जिस तरह से स्टार किड्स को लॉन्च करते हैं उसी आसानी से बाहर की प्रतिभाओं को मौका नहीं मिलता है।
शनाया के अलावा अभी और कुछ स्टार किड्स हैं जिनको जल्द ही लॉन्च किए जाने की अटकलें हैं। इस सूची में सबसे पहले शाहरुख खान की बेटी सुहाना और बेटे आर्यन खान हैं। दोनों की सोशल मीडिया पर फैन फॉलोइंग हैं और करण जौहर से अच्छे रिलेशन भी। चर्चा है कि इनमें से आर्यन को भी करण जौहर ही लॉन्च करेंगे। संभवत: वह स्टूडेंट ऑफ द ईयर 3 से बॉलीवुड करियर की शुरुआत कर सकते हैं।
इसी प्रकार चंकी पांडे के भतीजे अहान पांडे भी इस साल फिल्मों में नजर आने वाले हैं। उनके करियर की शुरुआत यशराज फिल्म से हो सकती है।
वहीं श्रीदेवी की दूसरी बेटी खुशी के भी बॉलीवुड में आने के चांस ज्यादा हैं। बस देखना ये है कि क्या उनको भी करण ही लॉन्च करेंगे, जैसे जान्हवी को किया था या कोई और प्रोडक्शन हाउस इसकी जिम्मेदारी लेगा।।
मालूम हो कि शनाया कपूर के बॉलीवुड एंट्री को लेकर नेपोटिज्म का मुद्दा फिर तूल पकड़ चुका है। करण जौहर को स्टार किड्स का गॉडफादर कहा जा रहा है। वहीं शनाया के लुक्स से लेकर एक्टिंग स्किल पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। लोगों का कहना है कि करण जौहर ने कंपनी ही इसलिए खोली है ताकि वह सभी स्टारकिड्स को एक्टर-एक्ट्रेस बना सकें।
अब जाहिर है कि सोशल मीडिया यूजर्स और कंगना रनौत के इल्जाम बेबुनियाद नहीं हैं। इतनी बड़ी तादाद में स्टार किड्स का बॉलीवुड में एंट्री पाना सवाल तो उठाता ही है कि क्या करण जैसे निर्देशकों के लिए अब एक्टर बनने की योग्यता स्टार किड होने तक सीमित रह गई है। अगर नहीं, तो सुशांत जैसे टैलेंट को नकारना या फिर कंगना रनौत की अंग्रेजी का मजाक उड़ाना कहाँ तक उचित है। करण के पुराने इंटरव्यू देख कर लगता है जैसे उनके लिए यह मुद्दा हँसी-मजाक की बात है। एक इंटरव्यू में करण को कहते हुए सुना जा सकता है कि नए टैलेंट को मौका देने का ठेका उन्होंने नहीं उठाया। उन्होंने कहा था, “मैं जो करना चाहता हूँ करूँगा। चाहे मैं अपने फूफे के बेटे को लॉन्च करूँ या चाची के भतीजे को लॉन्च करूँ।”