अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद लोग एक के बाद एक उनसे जुड़े अनुभवों को शेयर कर रहे हैं। कुछ बातें पुलिस पूछताछ में सामने आई हैं तो कुछ ने मीडिया के माध्यम से अपनी बात रखी है।
फिल्म निर्देशक अभिषेक कपूर ने खुलासा किया है कि ‘केदारनाथ’ की रिलीज के बाद मीडिया ने सारा अली ख़ान को तो सिर-आँखों पर बिठा लिया था, लेकिन सुशांत सिंह राजपूत को नकार दिया था, जिससे वो बुझे-बुझे से रहते थे। इस फिल्म के डायरेक्टर अभिषेक ही थे। उन्होंने ही सुशांत की लॉचिंग फिल्म ‘काई पो चे’ को भी डायरेक्ट किया था।
बता दें कि उत्तराखंड बाढ़ आपदा पर आधारित ‘केदारनाथ’ दिसंबर 2018 में रिलीज हुई थी। इसमें सुशांत और सारा के अलावा नीतीश भारद्वाज ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ठीक-ठाक कारोबार ही किया, लेकिन फिल्म को अच्छी-ख़ासी चर्चा मिली थी। सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा अली ख़ान ने इस फिल्म से बॉलीवुड में क़दम रखा था। उनकी तस्वीरें खूब वायरल हुई थी।
अभिषेक कपूर ने बताया कि उन्होंने पिछले डेढ़ साल से सुशांत से बातचीत नहीं की थी, क्योंकि उन्होंने क़रीब 50 बार अपना फोन नंबर बदला था। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी तरह याद है कि जब ‘केदारनाथ’ रिलीज हुई थी तो मीडिया ने उनकी जम कर आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि सुशांत को ऐसा महसूस हो रहा था कि उन्हें वैसा प्यार नहीं मिल रहा है, जबकि सारी चीजें सारा को लेकर ही कही जा रही है।
अभिषेक कपूर के मुताबिक़, उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत को कुछ मैसेज भेजे भी थे। कपूर ने बताया कि मीडिया द्वारा इस तरह का भेदभाव किए जाने के कारण सुशांत अंदर से बुझे-बुझे से रहते थे। कपूर ने बताया कि फिल्म ने रिलीज के बाद काफी अच्छा किया और उसके बाद उन्होंने सुशांत को जो मैसेज भेजे, वो उन्हें अब तक याद है। उस मैसेज में कपूर ने सुशांत को लिखा था- “भाई, मैं लगातार आपसे बात करने का प्रयास कर रहा हूँ। मुझे कुछ नहीं पता है कि आप किसी कारणवश नाराज़ हो या फिर व्यस्त हो। हमने एक बार फिर से इतनी अच्छी फिल्म बनाई है। अगर हम ख़ुशी नहीं मनाएँगे तो फिर कौन मनाएगा? या नहीं तो फिर ज़िंदगी में और किस चीज की ख़ुशी मनाएँगे हम लोग?“
अभिषेक कपूर ने जनवरी में सुशांत सिंह राजपूत को फिर से मैसेज भेज कर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएँ दी। कपूर ने कहा कि मैसेज का रिप्लाई नहीं आया तो उन्होंने इस चीज को हलके में लिया और सोचा कि वो गए हैं तो फिर आएँगे ही। कपूर ने बताया कि सुशांत की विज्ञान में रूचि थी और वो ब्रह्माण्ड की अनसुलझी चीजों का अध्ययन करते रहते थे।
कंगना रनौत ने भी कहा था कि न्यूज में ब्लाइंड आइटम लिखे ही इसलिए जाते हैं, ताकि जब कोई झूठ बोले, तो उसके ख़िलाफ़ कोई कानूनी कार्रवाई न हो सके। मगर, उसके भीतर में जो व्यक्ति से जुड़ा विवरण होता है, वो सभी बातों को स्पष्ट कर देता है। जैसे यदि मेरे बारे में कोई लिखे तो उसमें लिखेगा- वो लड़की जिसके घुंघराले बाल हैं, नेशनल अवॉर्ड मिला हुआ, साइकोटिक है, मनाली से है… इस तरह मेरे ख़िलाफ़ लिखते हुए मेरा विवरण पूरा लिख दिया जाएगा लेकिन नाम नहीं लिखा जाएगा।”