बॉलीवुड फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप पर पिछले साल यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली पायल घोष ने इस बार बॉलीवुड के पाखंड पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने पूछा है कि आखिर बॉलीवुड में इतनी हिप्पोक्रेसी क्यों है कि नाना पाटेकर के ख़िलाफ़ सब खड़े हो गए और अनुराग कश्यप के मामले पर किसी ने उसका बहिष्कार नहीं किया।
पायल ने ट्वीट किया, “बॉलीवुड में इतनी हिप्पोक्रेसी क्यों है। क्यों बॉलीवुड ने नाना पाटेकर का बहिष्कार कर दिया और ये अनुराग कश्यप जैसे बलात्कारी को बढ़ावा दे रहे हैं। आखिर मरने के बाद ये लोग कहाँ जाएँगे। नरक भी ऐसे झूठे, ढोंगियों, अवरसवादी लोगों को रखने से मना कर देगा। मैं ऐसे जानवरों को ‘नरक में जाओ’ भी नहीं कह सकती।”
बता दें कि तनुश्री और नाना पाटेकर के मामले पर बॉलीवुड के लोगों ने खुल कर अभिनेत्री के समर्थन में और पाटेकर के विरोध में बयानबाजी की थी। कई कलाकारों ने केस में क्लीनचिट पा चुके पाटेकर के साथ काम करने से भी मना कर दिया था। लेकिन पिछले वर्ष जब अभिनेत्री पायल घोष ने अनुराग कश्यप पर यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया तो सबने चुप्पी साध ली और बहुत कम लोग उनके पक्ष में बोलते नजर आए। इसी बात से नाराज घोष ने उक्त ट्वीट किया।
याद दिला दें कि पिछले वर्ष घोष ने अनुराग के साथ हुई अपनी तीन मीटिंगों की एक-एक बात सोशल मीडिया के जरिए रखी थी। उन्होंने इस पर शिकायत भी दर्ज करवाई थी। हालाँकि बाद में पता चला कि कश्यप पर कोई खासी कार्रवाई नहीं हुई, जिसके चलते अभिनेत्री ने कहा कि यदि वह छत से लटकी हुई पाई गईं तो याद रखा जाए कि उन्होंने आत्महत्या नहीं की होगी।
पायल घोष का आरोप
पायल घोष ने अनुराग कश्यप के साथ तीसरी मुलाकात के बारे में बताया था,
“उस दिन लगभग 7:30 बजे मैं अपनी होंडा सिटी कार में अनुराग कश्यप के घर पहुँची। वह अंदर बैठकर स्मोक कर रहा था। घर से वाकई बहुत बदबू आ रही थी और जब मैंने उससे पूछा, तो उसने कहा कि वह मारिजुआना का सेवन कर रहा था। उसने मुझे भी स्मोक करने को कहा, लेकिन मैंने मना कर दिया। वह मुझे अपने फिल्मों के संग्रह को दिखाने के लिए दूसरे कमरे में ले गया। अपनी पुरानी फिल्मों के कैसेट दिखाते हुए, उसने अचानक मुझे सोफे पर धकेल दिया। फिर उसने अपनी पैंट खोली और मुझसे जबरदस्ती करने लगा। मैंने बहुत चिल्लाने की कोशिश की, लेकिन उसने मेरा मुँह दबा दिया और मेरा बलात्कार किया।”