विवेक अग्निहोत्री की अगली फिल्म ‘द वैक्सीन वॉर’ का ट्रेलर रिलीज हो गया है। विवेक अग्निहोत्री ‘द ताशकंद फाइल्स’ (2019) और ‘द कश्मीर फाइल्स’ (2022) जैसी फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। ‘द वैक्सीन वॉर’ में नाना पाटेकर, पल्लवी जोशी और राइमा सेन मुख्य भूमिकाओं में हैं। इसमें दिखाया जाएगा कि कि कैसे तमाम अड़चनों के बावजूद भारत कोरोना वायरस की स्वदेशी वैक्सीन तैयार करने में सफल रहा। ‘The Vaccine War’ गुरुवार (28 सितंबर, 2023) को सिनेमाघरों में दस्तक दे रही है।
इससे पहले अमेरिका के कई शहरों में इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। हर जगह इसे तारीफ़ मिली और भारतीय समाज के लोगों ने गर्वित और भावुक होकर अपनी प्रतिक्रियाएँ दी। ट्रेलर की शुरुआत में ही नाना पाटेकर फोन पर पल्लवी जोशी से कहते हैं, “मैंने सुना है, आपके साइंटिस्ट्स के पास 1 लाख रुपए भी नहीं थे।” इस पर पल्लवी जोशी जवाब देती हैं, “मेरे नहीं सर, भारत के साइंटिस्ट्स।” इसमें नाना पाटेकर वैक्सीन बनाने वाली टीम का नेतृत्व करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
साथ ही दिखाया गया है कि टीम में कई महिला वैज्ञानिक होती हैं। बताया जाता है कि वैक्सीन निर्माण को राष्ट्रीय सुरक्षा के कारण गुप्त रखा गया है। ट्रेलर आगे बढ़ता है और मीडिया में भारत को लेकर चल रही नकारात्मक बातें दिखाई जाती हैं। राइमा सेन को टीवी पर बोलते हुए दिखाया गया है कि विशेषज्ञों की मानें तो भारत का मेडिकल सिस्टम 130 करोड़ लोगों की जान बचाने में समर्थ नहीं है। वो कहती हैं, “India can’t do it.” फिर इस नैरेटिव पर सवाल खड़ा किया गया है।
ट्रेलर के एक दृश्य में नाना पाटेकर कहते हैं कि हमें ये लड़ाई नहीं लड़नी, हमारी लड़ाई वायरस के साथ है। फिल्म में ‘भारत एक खोज’ (1988-89) के थीम सॉन्ग ‘सृष्टि से पहले सत् नहीं था, असत् भी नहीं’ का अच्छा इस्तेमाल किया गया है। इसे ऋग्वेद के नासदीय सूक्त का अनुवाद कर के रचा गया था। महिला वैज्ञानिकों को एक-दूसरे को ढाँढस बँधाते हुए दिखाया गया है। एक दृश्य में नाना पाटेकर कहते हैं, “वॉर है ये, और हम सब सोल्जर्स”। साथ ही वो अर्जुन की तरह मछली की आँख पर नजर रखने की सलाह देते हैं।
फिल्म में अनुपम खेर भी हैं। फिल्म का एक डायलॉग रोचक है जो ट्रेलर में दिखाया गया है, “एक राजा था। जो भी कर लो, मरता ही नहीं था। उस राजा की जान एक तोते की गर्दन में अटकी थी। गर्दन मरोड़ दी और राजा मर गया। हमारे राजा की जान इस वैक्सीन में अटकी है।” इस डायलॉग के सहारे वामपंथी नैरेटिव पर वार किया गया है। ‘द वैक्सीन वॉर’ का ट्रेलर देख कर लगता है कि ये एक इमोशनल फिल्म होने वाली है, जिसमें भारत की महिला वैज्ञानिकों का सामर्थ्य दिखाया जाएगा।