बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम धर और अभिषेक बच्चन ने ‘दसवीं’ फिल्म की बेहुदा समीक्षा करने के लिए फिल्म कंपेनियन (Film Companion) की एडिटर अनुपमा चोपड़ा को करारा जवाब दिया है। गुरुवार (7 अप्रैल, 2020) को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ‘दसवीं’ की समीक्षा को कंपेनियन ने ट्विटर पर शेयर किया था। इसमें उन्होंने ‘दसवीं’ की आलोचना करते हुए अभिनेत्री के लिए लिखा, “यामी गौतम अब हिंदी फिल्मों के लिए डेड गर्लफ्रेंड नहीं हैं। उन्हें भी दिखाया जाने लगा है।” यामी गौतम ने अनुपमा (Anupama Chopra) की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया, “इससे पहले कि मैं कुछ और कहूँ, मैं यह कहना चाहती हूँ कि मैं आमतौर पर सकारात्मक आलोचना करना पसंद करती हूँ, लेकिन जब कोई मंच आपको लगातार नीचे गिराने की कोशिश करें, आप पर सवाल खड़े करे, तो मुझे लगा कि इसके बारे में बोलना जरूरी है।”
Before I say anything else, I’d like to say that I usually take constructive criticism in my stride. But when a certain platform keeps trying to pull you down consistently, I felt it necessary to speak up about it. https://t.co/GGczNekBhP pic.twitter.com/wdBYXyv47V
— Yami Gautam Dhar (@yamigautam) April 7, 2022
यामी ने अपने अगले ट्वीट में बेहद कमजोर और घिसी पिटी समीक्षा करने के लिए फिल्म कंपेनियन को लताड़ लगाते हुए कहा कि मैंने बाला, उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं। फिर भी मेरी अभिनय क्षमता पर सवाल उठाए गए। आपकी समीक्षा बेहद अपमानजनक है।
It takes years of hard work for anyone & especially a self-made actor like me to keep proving our mettle again & again with every opportunity. This is what it comes down to from certain reputed portals!
— Yami Gautam Dhar (@yamigautam) April 7, 2022
कश्मीरी पंडित और उरी: द सर्जिकल के डायरेक्टर आदित्य धर की पत्नी यही नहीं रुकी उन्होंने आगे कहा, “किसी को भी और खासतौर पर मेरे जैसे कलाकार को जिसने अपनी मेहनत से एक मुकाम हासिल किया है। उसे कुछ प्रतिष्ठित पोर्टलों की वजह से हर बार अपनी योग्यता साबित करनी पड़ती है।”
It’s heartbreaking since I did look up to @FilmCompanion once upon a time, like many of us, but I don’t seek that since long now! I would request you not to ‘review’ my performance henceforth ! I’ll find grace in that & it’ll be less painful.
— Yami Gautam Dhar (@yamigautam) April 7, 2022
उन्होंने अपने ट्वीट थ्रैड में कंपेनियन द्वारा अपने अभिनय कौशल का मजाक उड़ाने पर तंज कसते हुए कहा, “यह बेहद शर्मनाक है, क्योंकि इंडस्ट्री के कई लोगों की तरह वह भी फिल्म कंपेनियन को देखती थीं, लेकिन लंबे समय से उन्होंने ऐसा नहीं किया है। मैं आपसे अनुरोध करती हूँ कि अब आगे से मेरे अभिनय और मेरी फिल्म की ‘समीक्षा’ न करें।” वहीं, इसको लेकर फिल्म में मुख्य किरदार निभाने वाले अभिषेक बच्चन ने फिल्म कंपेनियन के आर्टिकल का एक हिस्सा शेयर कर यामी के अभिनय कौशल पर सवाल उठाने वाली निर्माता, निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा की पत्नी को फटकार लगाई है।
यामी और अभिषेक से पहले राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ पर बेहूदा समीक्षा करने के लिए अनुपमा चोपड़ा को जमकर धोया था। उन्होंने 23 फरवरी को Film Companion की प्रमुख अनुपमा चोपड़ा के खिलाफ ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि वह उनकी फिल्म को टारगेट करने के लिए पीछे से ‘गंदी चाल’ चल रही हैं। विवेक अग्निहोत्री ने अनुपमा को ‘शूर्पणखा’ कहते हुए पूछा था, “अगर आप में हिम्मत है तो ‘द कश्मीर फाइल्स’ को खुलेआम नुकसान पहुँचाओ। कृपया पीछे से गंदी हरकतें करना बंद कर दो। आपकी एकमात्र योग्यता यह है कि आपकी शादी एक ऐसे निर्माता से हुई है, जिसने केपी (कश्मीरी पंडित) होने के बावजूद कश्मीरी पंडितों की पीठ में छुरा घोंपा है।”
जानें क्या कहा था अनुपमा चोपड़ा ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ के लिए
अनुपमा चोपड़ा द्वारा की गई द कश्मीर फाइल्स की समीक्षा को 6 पैराग्राफ में प्रकाशित किया गया था, लेकिन उन्होंने इसमें इस बात को नकार दिया था कि कश्मीर में कभी हिंदुओं का नरसंहार हुआ भी था। हिंदुओ के नरसंहार को सिरे से खारिज करते हुए अनुपमा फिल्म को प्रोपेगेंडा या इससे भी बदतर ‘संशोधित ड्रामा’ करार दिया था। इसमें कहा गया था, “फिल्म में बड़े पैमाने पर नरसंहार और पलायन को दिखाया गया है, जहाँ हर हिंदू एक दुःखी यहूदी है और हर मुस्लिम एक हत्यारा नाजी है।” इसमें कहा गया था कि उत्पीड़न और प्रताड़ना की कहानी का नाटकीकरण करना कोई बड़ी समस्या नहीं है। इसे उकसाने और आज की असुरक्षा को देखते हुए डिजाइन करना बड़ी समस्या है। इसमें शिक्षा कम है और एक डिफेंसिव राजनीतिक बयान व फिल्म के तौर पर कमरे के अंदर की जाने वाली बहस अधिक है।”