बांग्लादेश में इस साल दुष्कर्म की कुछ ऐसी घटनाएँ सामने आई है जिसने पूरे देश को झकझोर दिया है। राइट्स ग्रुपों का कहना है कि बलात्कार की घटनाएँ न केवल लगातार बढ़ रही है, बल्कि पैसे के लिए महिलाओं और बच्चियों को निशाना बनाने का चलन भी दिख रहा है। राजधानी ढाका के बाहरी इलाक़े Kamrangirchar और Ashulia क्षेत्र से ऐसी ही दो चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक मामले में 13 साल की नाबालिग बच्ची का बलात्कार इसलिए किया गया क्योंकि उसका पिता 5000 रुपए की उधारी चुकाने में सक्षम नहीं था। क़र्ज़ वसूली के नाम पर अब्दुल ने बच्ची का कई दिनों तक बलात्कार किया। दूसरे मामले में एक महिला का गैंगरेप इसलिए किया गया क्योंकि उसका पति 2500 रुपए बतौर कमरे का किराया नहीं दे पाया था।
ख़बर के अनुसार, ढाका के Kamrangirchar इलाक़े में एक बाप ने अपनी बेटी को अब्दुल हुसैन के साथ संबंध बनाने का दबाव इसलिए बनाया क्योंकि वो उसके बकाया रुपए की अदायगी में असमर्थ था। आरोपित अब्दुल हुसैन ने नाबालिग के पिता मोहम्मद लिटन की मदद से उसकी बेटी का बलात्कार किया। पीड़िता के पिता को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है।
Kamrangirchar पुलिस के उप-निरीक्षक (SI) शेख मोहम्मद मुर्शीद अली ने बताया कि 13 वर्षीय पीड़िता अपने पिता के साथ रह रही थी। उसके पिता ने अबुल हुसैन की पोल्ट्री में काम करते थे। लगभग एक साल पहले उन्होंने अब्दुल से 6,000 टका (करीब 5,009 रुपए) कर्ज़ा लिया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब लिटन क़र्जा चुकाने में विफल रहा, तो उसने अब्दुल को अपनी बेटी के साथ यौन संबंध बनाने का प्रस्ताव दिया। इसके लिए पहले तो लड़की को उसके पिता द्वारा समझौता करने के लिए मजबूर किया गया और जब वो नहीं मानी तो उसे पीटा गया। इसके बाद कई दिनों तक अब्दुल ने उसका बलात्कार किया।
बुधवार (15 जनवरी) को तड़के ढाका मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (DMCH) के वन-स्टॉप क्राइसिस सेंटर में पीड़िता को भर्ती कराया गया। SI ने बताया, “अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। उसके ठीक होने के बाद, पीड़िता को उसके बयान के लिए अदालत में पेश किया जाएगा।”
SI ने बताया कि सोमवार (13 जनवरी) को पीड़िता ने अपने एक पड़ोसी से इस बात का खुलासा किया और मदद माँगी। इसके बाद, उस पड़ोसी ने मंगलवार (14 जनवरी) को 999 के माध्यम से पुलिस को बुलाया, कानून प्रवर्तन ने लड़की को बचाया और उसके पिता लिटन को गिरफ़्तार कर लिया। मुख्य आरोपित अब्दुल हसन को उसके ससुर के घर से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया।
बलात्कार की दूसरी घटना में, रेडीमेंट गारमेंट की दुकान में काम करने वाली 24 वर्षीय पीड़िता का उसके मकान मालिक मोहम्मद कलाम ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर सामूहिक बलात्कार किया। सामूहिक बलात्कार के समय आरोपितों ने पीड़िता के पति को एक दूसरे कमरे में बंद कर रखा था।
ढाका पुलिस के मुताबिक़, मोहम्मद कलाम को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस की पूछताछ के दौरान कलाम ने इस बात को स्वीकार किया कि उसने जबरन महिला के सोने के आभूषण बतौर किराए के रूप में लिए थे। लेकिन उसने सामूहिक दुष्कर्म के आरोप को ख़ारिज कर दिया।
पीड़िता के अनुसार, मंगलवार की रात मकान माालिक मोहम्मद कलाम 4-5 लोगों के साथ उसके कमरे में आया और जनवरी माह का किराया (3000 टका) माँगने लगा। दंपति ने जब किराया देने में असमर्थता जताई तो उन्होंने महिला के उन सोने के आभूषणों की माँग की जो उस वक़्त उसने पहन रखे थे। आभूषण देने से जब महिला ने इनकार कर दिया तो उसके पति को एक दूसरे कमरे में बंद कर महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया। वहाँ से निकलते समय कलाम पीड़िता के गहने भी साथ में ले गया। फ़िलहाल, पुलिस इस मामले की जाँच में जुटी हुई है।
एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश में पिछले साल 1,413 बलात्कार की घटनाएँ सामने आई थी। 2018 में यह आँकड़ा 732 और 2017 में 818 था। रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल 37 लड़कों समेत 1087 बच्चों का यौन शोषण किया गया।
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