टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys), विप्रो (Wipro) और एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL Technologies) ने मिलकर पिछले 9 महीनों में 70,000 से अधिक लोगों को रोज़गार दिया। जो 2017-18 में की गई कुल हायरिंग के मुकाबले पाँच गुना अधिक था।
TCS में एक वरिष्ठ कार्यकारी ने बताया कि पिछले 9 महीनों में 22,931 कर्मचारियों को काम पर रखा गया, व्यापार में वृद्धि वापस आ गई है, आगे इसके परिणाम और बेहतर होंगे। इसी अवधि में, सॉफ्टवेयर सेवा निर्यातक ने 3,657 कर्मचारियों को रोज़गार उपलब्ध कराया। फ़र्म ने इस साल 28,000 से अधिक कैंपस ऑफ़र भी दिए।
इंफोसिस, TCS के बेंगलुरु स्थित रिवेल ने दिसंबर 2018 तक 9 महीनों में 21,398 कर्मचारियों की नेट हायरिंग की। पिछले महीने, इन्फोसिस के चीफ़ ऑपरेटिंग ऑफ़िसर प्रवीण राव ने कहा था, “पिछली तीन तिमाहियों में हमारे पास 1 बिलियन डॉलर से अधिक की डील हुई हैं, आने वाले वर्षों में इसमें से कई डील्स पर काम भी किया जाएगा। । इसलिए, हमें विश्वास है कि हम आगे भी लोगों को रोज़गार मुहैया कराते रहेंगे।”
2017-18 में 4,108 लोगों की तुलना में HCL Technologies ने दिसंबर तक कुल 12,247 कर्मचारियों को काम पर रखा। विप्रो ने इस साल की पहली तीन तिमाहियों में कुल 12,456 कर्मचारियों को को नौकरी दी। जानकारी के अनुसार यह फर्म बड़ी संख्या में में नए इंजीनियरों को नियुक्त करने के लिए कॉलेज परिसरों में फिर से जाएगी। उदाहरण के लिए, विप्रो ने इस साल अपने कैंपस हायरिंग को दोगुना करने की योजना बनाई है।