कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार ने एक वामपंथी और भारत विरोधी प्रोफेसर निताशा कौल (Nitasha Kaul) को बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में बुलाया था। यह प्रोफ़ेसर लगातार भारत विरोधी एजेंडा फैलाती रही है। निताशा कौल के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक वाले लोगों के साथ जुड़े होने का शक है और वह कश्मीर में हुए हिन्दू नरसंहार को नकारती है। उसने दावा किया कि उसे भारत में नहीं घुसने दिया गया और इसको लेकर उसने खूब प्रलाप किया।
IMPORTANT: Denied entry to #India for speaking on democratic & constitutional values. I was invited to a conference as esteemed delegate by Govt of #Karnataka (Congress-ruled state) but Centre refused me entry. All my documents were valid & current (UK passport & OCI). THREAD 1/n pic.twitter.com/uv7lmWhs4k
— Professor Nitasha Kaul, PhD (@NitashaKaul) February 25, 2024
ब्रिटिश प्रोफ़ेसर नितिशा कौल ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक थ्रेड लिख कर बताया कि उसे कॉन्ग्रेस सरकार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बुलाया गया था। यह कार्यक्रम संविधान को लेकर आयोजित किया गया था। उसने दावा किया कि जब वह बेंगलुरु एयरपोर्ट पर आई तो उसे भारत के भीतर घुसने नहीं दिया।
निताशा ने आरोप गढ़ा कि एयरपोर्ट अधिकारियों को दिल्ली से आदेश आया था। इसके बाद उसने खुद को एक वैश्विक स्तर पर सम्मानित शिक्षाविद होने का दावा किया। हालाँकि, निताशा के इन सभी दावों की लोगों ने हवा निकाल दी।
कौन है निताशा कौल
निताशा कौल एक कश्मीरी पंडित है। वह वर्तमान में इंग्लैण्ड में रहती है और ब्रिटिश नागरिक भी है। वह लगातार भारत और मोदी सरकार के खिलाफ एजेंडा फैलाती रहती है। उसके पाकिस्तानियों के साथ लिंक सामने आए हैं। साथ ही निताशा कौल भारत पर आरोप लगाती है कि उसने उसने कश्मीर पर कब्जा कर रखा है। वह 1980 और 1990 के दशक के दौरान हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को भी नहीं मानती और मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं के मारे जाने को सशस्त्र विद्रोह बताती है।
वह भारत के खिलाफ अमेरिकी संसद में प्रतिबंध लगाए जाने की वकालत तक कर चुकी है। उसने ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में एक कोर्स में लिखा था कि भारत ने कश्मीर पर कब्जा कर रखा है और आतंकी बुरहान वाली का समर्थन किया था। वह कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर लगातार भारत सरकार के खिलाफ जहर उगलती आई है।
Nitasha Kaul is a potential propagandist & she is well known for her Anti India views. She:
— Pooja Sangwan 🇮🇳 (@ThePerilousGirl) February 25, 2024
-Even opposed the abrogation of #Article370
-Blamed India for occupying Kashmir
-Sympathized with Burhan Wani
It's good that she is denied to enter in India by the Indian authorities!! https://t.co/RRiuK4UidI pic.twitter.com/q0pUj4eE23
निताशा ने कश्मीरी पंडितों के मारे जाने और उनके कश्मीर से भगाए जाने को एक सामान्य पलायन माना था और इसके पीछे कश्मीरी आतंकियों को नहीं बल्कि सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था।
उसने अमेरिकी संसद में यह बात कही थी। इसी दौरान उसने कश्मीर को आजाद करने और भारत पर एक्शन लेने की माँग अमेरिका से की थी। उसने इस दौरान कश्मीर में सेना पर पत्थर फेंकने वाले प्रदर्शनकारियों की तुलना अंग्रेजों की गोलियों से मारे गए जलियाँवाला बाग़ में मारे गए भारतीयों से की थी।
वह विदेश में बैठ कर भारत ही नहीं बल्कि आरएसएस और भाजपा के विरुद्ध भी झूठ फैलाती है। उसने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी झूठे आरोप गढ़े थे। यह आरोप उसने भारत विरोधी अल जजीरा के एक कार्यक्रम में लगाए थे। उसने दावा किया था कि सीएम योगी ने मुस्लिम महिलाओं की मृत देहों के साथ बलात्कार करने को कहा।
This old video shows Real Face of self proclaimed "Globally respected intellectual" Nitasha Kaul spouting utter crар and Lies about RSS & BJP. Dr Gautam Sen got it right when he said He didnt know that she was representative of Pakistan 👏 #NitashaKaul pic.twitter.com/zib6tWWkQC
— Rosy (@rose_k01) February 25, 2024
वह चीन के शिनजियांग प्रांत में चीन की कम्युनिस्ट सरकार द्वारा मुस्लिमों पर किए गए अत्याचार और उनकी मस्जिदों को ढहाने की तुलना भारत के कश्मीर में आंतक खत्म करने के प्रयास से भी कर चुकी है। भारत विरोध का यह नमूना उसने एक लेख में पेश किया था।
वह कश्मीर में लगने वाले आजादी के नारों का समर्थन करती है और हिन्दुओं के खिलाफ भी जहर उगलती रहती है।
You are anti-hindu, anti-India Bigot and rightfully denied entry to our nation.
— Squint Neon (@TheSquind) February 25, 2024
You are a blot to Kashmiri Hindus who have faced genocide https://t.co/nZQF4oD5Pc pic.twitter.com/7HE8YHdHpH
निताशा कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन पर कॉन्ग्रेस का समर्थन कर रही थी।
As BJP loses #Karnataka, INC and other opposition are right to hope for a nation-wide change in 2024. #India needs it! ✊🏽
— Professor Nitasha Kaul, PhD (@NitashaKaul) May 13, 2023
[note though that next few months will be crucial; recall how Nov 2018, BJP lost 5 state elections, and then the Kashmir events of Feb 2019 turned it around]
निताशा ने कश्मीरी पंडितों के दर्द को दिखाने पर बनाई गई फिल्म द कश्मीर फाइल्स को भी प्रोपगैंडा बताने का प्रयास किया था।
KASHMIR IS NOT A FILE: PROPAGANDA AND POLITICS IN INDIA —
— Professor Nitasha Kaul, PhD (@NitashaKaul) March 24, 2022
You want to know what I thought of #KashmirFiles?
Well, here is what I have to say (ty @thenewsminute)
More people, especially in #India, need to know better on #Kashmir and #Kashmiri pain ✊🏽https://t.co/mev0fm9Dku
उसने भारत के CDS जनरल बिपिन रावत की एक हादसे में हुई मौत पर भी अपना प्रोपगैंडा फैलाना जारी रखा था।
#India’s chief of defence staff killed in an air crash tragedy along with others #BipinRawat
— Professor Nitasha Kaul, PhD (@NitashaKaul) December 8, 2021
(As Army chief, he had defended the use of #Kashmiri civilian tied to a jeep as #humanshield & wished that protestors in #Kashmir used guns not stones so they could be targeted better). https://t.co/uF94MFqHqv
पाकिस्तान परस्त भी है निताशा कौल
निताशा कौल लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलने के साथ ही पाकिस्तानियों के साथ नजर आती है। उसके ISI पोषित संगठनों से भी लिंक सामने आए हैं। वह हिन्दूस फॉर ह्युमन राइट्स (HFHR), इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC) जैसी संस्थाओं के प्रोग्राम में जाती रही है। यह संगठन ISI द्वारा पोषित हैं।
Nitasha Kaul and her husband attended an anti-India event organized by the extremist Organization Indian American Muslim Council (IAMC) and Sunita Viswanath-led Hindus for Human Rights (HfHR) on topics like Indian Democracy and Hindu nationalism etc. (8/13) pic.twitter.com/6AWx8SB7UH
— D-Intent Data (@dintentdata) February 26, 2024
वह लाहौर में आयोजित एक भारत विरोधी कार्यक्रम में नजर आई थी। यहाँ उसके साथ एक और हिन्दू विरोधी इतिहासकार ऑड्रे ट्रसके भी थी।
Nitasha Kaul visited Pakistan and delivered an anti-India statement while sitting with state enemies like Audrey Truschke at the Lahore Literary Festival. She raised questions about India's elections and democracy during her speech in Pakistan. (10/13) https://t.co/Qa8MJapmkm
— D-Intent Data (@dintentdata) February 26, 2024
वह मुजम्मिल अयूब ठाकुर के साथ दिखती है, मुजम्मिल का पिता ISI के लिए फंड जुटाता था। मुजम्मिल पर कश्मीर में UAPA लगाया जा चुका है। वह ऐसे कई संगठनों के कार्यक्रमों में जाती है जहाँ भारत विरोधी बात होती हो। वह 2013 में तब गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी के अमेरिका द्वारा आमंत्रित किए जाने का विरोध भी कर चुकी है।
कॉन्ग्रेस ने बताया बुद्धिजीवी, भाजपा ने पूछे सवाल
कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार भारत विरोधी निताशा कौल को प्रवेश ना मिलने पर गुस्सा है। कॉन्ग्रेस के विधायक रिजवान अरशद ने उसे प्रसिद्ध अकादमिक बताया है।
VIDEO | Here’s what Congress MLA Rizwan Arshad (@ArshadRizwan) said on UK Professor Nitasha Kaul being denied entry to India.
— Press Trust of India (@PTI_News) February 26, 2024
“Renowned academic professor Nitasha Kaul was invited by the Karnataka government. She came here and landed at the airport but she was denied entry… pic.twitter.com/AMlz64tzBR
निताशा कौल को बुलाने को लेकर भाजपा ने कॉन्ग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रश्न पूछे हैं। भाजपा ने कहा है कि कॉन्ग्रेस पार्टी एक ऐसी महिला को बुला रही जो भारत को टूटते हुए देखना चाहती है। भाजपा ने संविधान का अपमान बताया है।
Congress party has disgraced Indian Constitution by inviting a Pakistani sympathiser who wants India's break up.
— BJP Karnataka (@BJP4Karnataka) February 25, 2024
Don't you have any shame left CM @siddaramaiah? Are you trying to challenge the constitution & threaten the unity & integrity of India?
It is now apparent that the… pic.twitter.com/kG0XVePHgK
निताशा कौल ने अपने ट्वीट में दुनिया भर की बात लिखने के बाद बताया था कि वह इंग्लैंड जा चुकी है, सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर इस काम के लिए भारत सरकार की प्रशंसा हो रही है।