Thursday, October 10, 2024
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निताशा कौल को कॉन्ग्रेसी सरकार ने बुलाया… जो कहती है कश्मीर में हिंदू नरसंहार कभी नहीं हुआ, J&K पर है भारत का कब्जा

यह वही निताशा कौल है, जो मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं के मारे जाने को सशस्त्र विद्रोह बताती है। कश्मीर में सेना पर पत्थर फेंकने वालों को यह जालियाँवाला बाग जैसा बलिदानी बताती है। इसने यहाँ तक कहा है कि सीएम योगी ने मृत मुस्लिम महिलाओं के साथ बलात्कार करने का आदेश दिया था।

कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार ने एक वामपंथी और भारत विरोधी प्रोफेसर निताशा कौल (Nitasha Kaul) को बेंगलुरु में आयोजित एक कार्यक्रम में बुलाया था। यह प्रोफ़ेसर लगातार भारत विरोधी एजेंडा फैलाती रही है। निताशा कौल के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से लिंक वाले लोगों के साथ जुड़े होने का शक है और वह कश्मीर में हुए हिन्दू नरसंहार को नकारती है। उसने दावा किया कि उसे भारत में नहीं घुसने दिया गया और इसको लेकर उसने खूब प्रलाप किया।

ब्रिटिश प्रोफ़ेसर नितिशा कौल ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक थ्रेड लिख कर बताया कि उसे कॉन्ग्रेस सरकार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बुलाया गया था। यह कार्यक्रम संविधान को लेकर आयोजित किया गया था। उसने दावा किया कि जब वह बेंगलुरु एयरपोर्ट पर आई तो उसे भारत के भीतर घुसने नहीं दिया।

कर्नाटक सरकार का निमंत्रण पत्र
कर्नाटक सरकार का निमंत्रण पत्र

निताशा ने आरोप गढ़ा कि एयरपोर्ट अधिकारियों को दिल्ली से आदेश आया था। इसके बाद उसने खुद को एक वैश्विक स्तर पर सम्मानित शिक्षाविद होने का दावा किया। हालाँकि, निताशा के इन सभी दावों की लोगों ने हवा निकाल दी।

कौन है निताशा कौल

निताशा कौल एक कश्मीरी पंडित है। वह वर्तमान में इंग्लैण्ड में रहती है और ब्रिटिश नागरिक भी है। वह लगातार भारत और मोदी सरकार के खिलाफ एजेंडा फैलाती रहती है। उसके पाकिस्तानियों के साथ लिंक सामने आए हैं। साथ ही निताशा कौल भारत पर आरोप लगाती है कि उसने उसने कश्मीर पर कब्जा कर रखा है। वह 1980 और 1990 के दशक के दौरान हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को भी नहीं मानती और मुस्लिमों द्वारा हिन्दुओं के मारे जाने को सशस्त्र विद्रोह बताती है।

कश्मीर को औक्युपाईड बताती निताशा

वह भारत के खिलाफ अमेरिकी संसद में प्रतिबंध लगाए जाने की वकालत तक कर चुकी है। उसने ओपी जिंदल विश्वविद्यालय में एक कोर्स में लिखा था कि भारत ने कश्मीर पर कब्जा कर रखा है और आतंकी बुरहान वाली का समर्थन किया था। वह कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर लगातार भारत सरकार के खिलाफ जहर उगलती आई है।

निताशा ने कश्मीरी पंडितों के मारे जाने और उनके कश्मीर से भगाए जाने को एक सामान्य पलायन माना था और इसके पीछे कश्मीरी आतंकियों को नहीं बल्कि सरकार को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था।

निताशा का कश्मीर को लेकर दिया गया बयान
निताशा का अमेरिकी संसद में बयान

उसने अमेरिकी संसद में यह बात कही थी। इसी दौरान उसने कश्मीर को आजाद करने और भारत पर एक्शन लेने की माँग अमेरिका से की थी। उसने इस दौरान कश्मीर में सेना पर पत्थर फेंकने वाले प्रदर्शनकारियों की तुलना अंग्रेजों की गोलियों से मारे गए जलियाँवाला बाग़ में मारे गए भारतीयों से की थी।

वह विदेश में बैठ कर भारत ही नहीं बल्कि आरएसएस और भाजपा के विरुद्ध भी झूठ फैलाती है। उसने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी झूठे आरोप गढ़े थे। यह आरोप उसने भारत विरोधी अल जजीरा के एक कार्यक्रम में लगाए थे। उसने दावा किया था कि सीएम योगी ने मुस्लिम महिलाओं की मृत देहों के साथ बलात्कार करने को कहा।

वह चीन के शिनजियांग प्रांत में चीन की कम्युनिस्ट सरकार द्वारा मुस्लिमों पर किए गए अत्याचार और उनकी मस्जिदों को ढहाने की तुलना भारत के कश्मीर में आंतक खत्म करने के प्रयास से भी कर चुकी है। भारत विरोध का यह नमूना उसने एक लेख में पेश किया था।

वह कश्मीर में लगने वाले आजादी के नारों का समर्थन करती है और हिन्दुओं के खिलाफ भी जहर उगलती रहती है।

निताशा कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन पर कॉन्ग्रेस का समर्थन कर रही थी।

निताशा ने कश्मीरी पंडितों के दर्द को दिखाने पर बनाई गई फिल्म द कश्मीर फाइल्स को भी प्रोपगैंडा बताने का प्रयास किया था।

उसने भारत के CDS जनरल बिपिन रावत की एक हादसे में हुई मौत पर भी अपना प्रोपगैंडा फैलाना जारी रखा था।

पाकिस्तान परस्त भी है निताशा कौल

निताशा कौल लगातार भारत के खिलाफ जहर उगलने के साथ ही पाकिस्तानियों के साथ नजर आती है। उसके ISI पोषित संगठनों से भी लिंक सामने आए हैं। वह हिन्दूस फॉर ह्युमन राइट्स (HFHR), इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल (IAMC) जैसी संस्थाओं के प्रोग्राम में जाती रही है। यह संगठन ISI द्वारा पोषित हैं।

वह लाहौर में आयोजित एक भारत विरोधी कार्यक्रम में नजर आई थी। यहाँ उसके साथ एक और हिन्दू विरोधी इतिहासकार ऑड्रे ट्रसके भी थी।

वह मुजम्मिल अयूब ठाकुर के साथ दिखती है, मुजम्मिल का पिता ISI के लिए फंड जुटाता था। मुजम्मिल पर कश्मीर में UAPA लगाया जा चुका है। वह ऐसे कई संगठनों के कार्यक्रमों में जाती है जहाँ भारत विरोधी बात होती हो। वह 2013 में तब गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी के अमेरिका द्वारा आमंत्रित किए जाने का विरोध भी कर चुकी है।

निताशा पहले भी मोदी विरोध कर चुकी है
पत्र लिखने वालों में निताशा कौल का नाम भी था

कॉन्ग्रेस ने बताया बुद्धिजीवी, भाजपा ने पूछे सवाल

कर्नाटक की कॉन्ग्रेस सरकार भारत विरोधी निताशा कौल को प्रवेश ना मिलने पर गुस्सा है। कॉन्ग्रेस के विधायक रिजवान अरशद ने उसे प्रसिद्ध अकादमिक बताया है।

निताशा कौल को बुलाने को लेकर भाजपा ने कॉन्ग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रश्न पूछे हैं। भाजपा ने कहा है कि कॉन्ग्रेस पार्टी एक ऐसी महिला को बुला रही जो भारत को टूटते हुए देखना चाहती है। भाजपा ने संविधान का अपमान बताया है।

निताशा कौल ने अपने ट्वीट में दुनिया भर की बात लिखने के बाद बताया था कि वह इंग्लैंड जा चुकी है, सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर इस काम के लिए भारत सरकार की प्रशंसा हो रही है।

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