सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अदार पूनावाला ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन से वैक्सीन के लिए आवश्यक कच्चे माल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाने का अनुरोध किया है। इससे पहले पूनावाला ने कहा था कि अमेरिका और यूरोपीय देशों के द्वारा वैक्सीन निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध के कारण देश में वैक्सीन उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
ट्विटर पर अमेरिकी राष्ट्रपति को टैग करते हुए एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा, “यदि हम इस वायरस को हराने के लिए वाकई एकजुट हैं तो अमेरिका के बाहर स्थित वैक्सीन उत्पादकों की ओर से मैं अमेरिकी राष्ट्रपति से यह अनुरोध करता हूँ कि वैक्सीन के लिए आवश्यक कच्चे माल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाए, जिससे वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाया जा सके।“ उन्होंने ट्वीट में यह भी लिखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के प्रशासन के पास पूरी जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
Respected @POTUS, if we are to truly unite in beating this virus, on behalf of the vaccine industry outside the U.S., I humbly request you to lift the embargo of raw material exports out of the U.S. so that vaccine production can ramp up. Your administration has the details. 🙏🙏
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) April 16, 2021
ज्ञात हो कि अमेरिका और यूरोपीय देशों ने वैक्सीन निर्माण के लिए आवश्यक कच्चे माल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस कच्चे माल में फिल्टर, बैग और कुछ गुणवर्धक रसायन (Adjuvants) शामिल हैं, जो वैक्सीन निर्माण के लिए सबसे जरूरी वस्तुओं में से हैं। Adjuvant, शरीर में एंटी-बॉडी के निर्माण में सहायता करता है, जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और उसे एंटीजेन से लड़ने में सहायता मिलती है।
इंडिया टुडे को दिए गए एक इंटरव्यू में पूनावाला ने कहा था कि यदि संभव होता तो वो अमेरिका जाकर वहाँ प्रदर्शन करते और कहते कि अमेरिका के द्वारा कच्चे माल के निर्यात को सीमित करने अथवा रोकने से भारत समेत दुनिया के कई अन्य वैक्सीन निर्माताओं को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय देशों के इस निर्णय से देश में वैक्सीन निर्माण प्रभावित हो रहा है।
पूनावाला ने यह भी कहा कि एसआईआई चीन से कच्चे माल का आयात नहीं करना चाहता है। हालाँकि उन्होंने बताया कि कच्चे माल की यह कमी दीर्घकाल तक नहीं रहेगी क्योंकि जल्दी ही वैक्सीन के लिए आवश्यक कच्चे माल की सप्लाई के लिए नए सप्लायर ढूँढ लिए जाएँगे।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया विश्व की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता है। वर्तमान में यह ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और AstraZeneca की कोविड-19 वैक्सीन का निर्माण कर रही है, जो भारत में कोविशील्ड (Covishield) के नाम से उपलब्ध है। भारत में कोविशील्ड के अतिरिक्त भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) नाम की स्वदेशी वैक्सीन को अनुमति दी गई है। फिलहाल भारत में 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।