देश में बैंकिंग व्यवस्था तेजी से डिजिटल हो रही है। पहले आप बैंक जाकर पैसे निकालते थे, फिर एटीएम कार्ड ने आपको लाइन में लगने से निजात दी। लेकिन अब देश के सभी बैंकों में नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। अब आप चाहें किसी भी बैंक के ग्राहक हों, आप यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का इस्तेमाल कर देश के किसी भी ATM से डेबिट कार्ड के बिना भी पैसे निकाल सकते हैं।
मौद्रिक नीति की समीक्षा के दौरान रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बताया कि UPI का इस्तेमाल कर ATM से बिना कार्ड के निकासी की सुविधा का विस्तार सभी बैंकों के लिए किया जाने वाला है। यानी कि आप चाहें निजी बैंक के ग्राहक हों या सरकारी बैंक के, सभी ग्राहक इस सुविधा का इस्तमाल कर सकते हैं।
We’re introducing card-less cash withdrawals to evade card skimming; the proposal is to begin authentication via UPI. It can be used for withdrawal from any bank’s ATM, third-party ATM or White Label ATM. We’re working out its system changes & instructions: RBI Dy Gov Rabi Sankar pic.twitter.com/mJ8g23DKFw
— ANI (@ANI) April 8, 2022
रिजर्व बैंक के गवर्नर के शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘अब यूपीआई का उपयोग करते हुए सभी बैंकों और एटीएम नेटवर्क में कार्ड-रहित (बिना कार्ड के) नकद निकासी सुविधा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव है। इसके उपयोग से लेनदेन करने में आसानी होगी। इसके साथ ही बिना कार्ड के नकदी निकासी की सुविधा से कार्ड स्किमिंग, कार्ड क्लोनिंग जैसी धोखाधड़ी को भी रोकने में मदद मिलेगी।’’ उन्होंने कहा कि इस बारे में एनपीसीआई, एटीएम नेटवर्क और बैंकों को जल्द ही अलग-अलग निर्देश जारी किए जाएँगे।
We won’t stop issuing credit/debit cards, as they have many other utilities; they’re not just used for cash withdrawals, they can be utilized while at a restaurant, shop, or for payments in a foreign country. So credit & debit cards will be continued: RBI Governor Shaktikanta Das pic.twitter.com/bQfXAW7Znr
— ANI (@ANI) April 8, 2022
हालाँकि रिजर्व बैंक के गवर्नर ने यह साफ कर दिया कि क्रेडिट/डेबिट कार्ड की सुविधा खत्म नहीं होने जा रही। वो सुविधा लोगों को मिलती ही रहेगी। शक्तिकांत दास ने कहा, “हम क्रेडिट/डेबिट कार्ड जारी करना बंद नहीं करेंगे, क्योंकि उनके पास कई अन्य सुविधाएँ हैं। इसका उपयोग न केवल नकद पैसे निकालने के लिए किया जाता है, बल्कि रेस्तरां, दुकान या विदेश में भुगतान के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। इसलिए क्रेडिट और डेबिट कार्ड जारी रहेंगे।”
UPI का हो रहा है सबसे ज्यादा इस्तेमाल
उल्लेखनीय है कि देश में डिजिटल पेमेंट में काफी तेजी से उछाल आया है। अब अधिकतर लोग पैसों का लेनदेन UPI के जरिए ही करते हैं। 28 फरवरी को खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में 7,422 करोड़ डिजिटल पेमेंट ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड हुआ है, जो पिछले फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के 5,554 करोड़ ट्रांजैक्शन के मुकाबले ज्यादा है। Nationl Payment Corporation of India (NCPI) का यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को डिजिटल पेमेंट (digital payment) ट्रांजैक्शन के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
UPI पेमेंटिंग ऐप Phone Pay का इस्तेमाल सबसे ज्यादा हुआ है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए कुल 8.27 लाख करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ है। पिछले वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले यह लगभग दोगुना है। फाइनेंशियल ईयर 2020-21 के दौरान UPI के जरिए 292.2 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड हुआ था। इसके जरिए 4.25 लाख करोड़ रुपए की राशि का लेन-देन दर्ज हुआ था।