आर्यन ड्रग केस (Aryan Drug Case) के तार नेशनल कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता सुनील पाटिल से जुड़े मिलने के बाद अब इस मामले में नए गवाह के हवाले से नया खुलासा हुआ है। उधर एनसीबी मुंबई के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के पिता ज्ञानदेव वानखेड़े ने रविवार (नवंबर 7, 2021) को महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के ऊपर मानहानि का केस किया है।
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विजय पगारे नामक गवाह ने सुनील पाटिल की भूमिका पर खुल कर मिड-डे को बयान दिया। उन्होंने बताया कि सुनील पाटिल, मनीष भानुशाली, किरण गोसावी और सैम डिसूजा इस डील में शामिल थे लेकिन गोसावी की एक सेल्फी ने सारा खेल बिगाड़ दिया। गोसावी को सिर्फ 50 लाख रुपए मिले।
पगारे ने मिड डे से बातचीत में बताया कि भानुशाली और पाटिल उनके आगे बात कर रहे थे कि गोसावी पैसों के साथ भाग गया है। इसके अलावा सुनील पाटिल ने भी कहा था कि सब कुछ गोसावी की एक सेल्फी के कारण बिगड़ गया।
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Rs 18-crore deal to release #Aryan fell apart because of #Gosavi's selfie: Witness in #cruise ship #drugs case
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गवाह का दावा है कि पाटिल सहर एयरपोर्ट के नजदीक ललित होटल के पास रुका हुआ था, जहाँ भानुशाली और डिसूजा उससे मिलने आते थे। इस जगह के अलावा पगारे फॉर्च्यून होटल में भी टिका था। पगारे कहता है,
“27 सितंबर को दो कमरे फॉर्च्यून होटल में बुक किए गए थे। वहीं भानुशाली और एक लड़की 7:30 बजे आए। मैं, गोसावी, पाटिल अलग कमरे में थे। भानुशाली कमरे में दो घंटे रहा। जब जाने लगे तो वो हमारे कमरे में आया और पाटिल को कहा जल्द ही एक बड़ा खेल अपने पाले में होने वाला है। “
पगारे का कहना है कि वो पाटिल के साथ पिछले 5-6 महीनों से रह रहा था। उसके मुताबिक, पाटिल ने उससे 35 लाख रुपए लिए थे। इनमें 20 लाख रुपए पगारे के थे और बाकी उसके दोस्त जीतेंद्र बांग्ड़े के थे। वह पाटिल से अपना पैसे वापस लेने के लिए उनके साथ रहता था।
बता दें कि केस में गवाह बने पगारे ने इस डील में एनसीबी अधिकारियों के साथ हुई डील को लेकर कहा है कि वो यह दावा नहीं कर सकते कि उनमें से कौन शामिल था लेकिन भानुशाली ने एक बार किसी से पूछा था कि क्या उसने समीर वानखेड़े से बात की या नहीं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले महाराष्ट्र के बीजेपी नेता मोहित कंबोज ने ड्रग केस को लेकर सुनील पाटिल के नाम का खुलासा किया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सुनील पाटिल की एक कथित ऑडियो क्लिप भी सुनाई। उन्होंने दावा किया कि इसमें सुनील पाटिल का नाम है, जो मौजूदा और पूर्व गृह मंत्री का नाम ले रहा है। उन्होंने आगे कहा, ”इस मामले में भाजपा और किसी भाजपा नेता का कोई संबंध नहीं है। यह पूरी साजिश भाजपा को बदनाम करने के लिए रची गई। एनसीपी को सुनील पाटिल से अपने संबंधों के बारे में बताना चाहिए। सुनील पाटिल एक बड़े होटल में रुका था, वहाँ कौन से एनसीपी नेता थे, जो उससे मिलने गए थे। नवाब मलिक को जवाब देना चाहिए।”