भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन समेत 3 लोगों के ख़िलाफ़ एक ट्रैवल कंपनी से 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में मामला दर्ज हुआ है। औरंगाबाद के सिटी चौक पुलिस थाने में इनके ख़िलाफ़ एफआईआर करवाई गई है। हालाँकि, पुलिस का कहना है कि मामले में जाँच जारी है। लेकिन,
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने इन आरोपों का खंडन कर इसे महज पब्लिसिटी स्टंट बताया है और कहा है कि वे इस मामले में मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे।
Aurangabad: FIR registered against three people including former cricketer Mohammed Azharuddin (file pic) for allegedly duping a travel agent, Mohammad Shadab, of more than Rs 20 lakh. Investigation underway. #Maharashtra pic.twitter.com/u4O2dB7sdh
— ANI (@ANI) January 23, 2020
जानकारी के मुताबिक, ये पूरा मामला ‘दानिश टूर एंड ट्रैवल्स’ के मालिक मोहम्मद शादाब की शिकायत पर दर्ज किया गया है। शिकायत के मुताबिक 9 नवंबर से 12 नवंबर, 2019 के बीच अविकल ने अजहरुद्दीन और खुद के लिए कई विदेशी शहरों जैसे दुबई, पेरिस, ट्यूरिन, एम्सटर्डम, म्यूनिख, कोपेनहेगन, मैनचेस्टर और जगरेब के लिए टॉप एयरलाइंस से टिकट बुक और बाद में रद्द कराई थी। अविकल ने इस ट्रेवल एजेंसी के मालिक से मुलाकात कर कहा था कि उन्हें आवश्यक कार्य से जाना है लेकिन अभी उनके पास इतने पैसे नहीं है। ट्रेवल एजेंसी ने अजहरुद्दीन के सचिव मुजीब खान से बात करने के बाद टिकट बुक किए। लेकिन इसके बावजूद उन्हें अभी तक पैसे नहीं मिले।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मामले की जांँच कर रहे पुलिस अधिकारी एडी नागरे ने बताया कि प्रथम सूचना के आधार पर औरंगाबाद निवासी मुजीब खान, केरल निवासी सुधीश अविकल और पूर्व क्रिकेटर एवं हैदराबाद निवासी मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। मगर, अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। बता दें कि शिकायत करने वाले शादब एयरवेज़ के पूर्व एक्जीक्यूटिव भी रह चुके है।
गौरतलब है कि रिपोर्ट में कहा गया कि अविकल ने क्रोएशियन नेशनल बैंक के अपने अकाउंट से 13500 यूरो (1060000 रुपए) की एक किस्त देने का वादा किया था। जब मोहम्मद ने इस बारे में बैंक से बात की तो पता चला कि कोई पेमेंट नहीं किया गया है।। उन्होंने इसके बाद अजहर और खान से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जब अविकल से 24 नवंबर को बात की गई तो उन्होंने दानिश टूर्स एंड ट्रेवल्स के पक्ष में किए गए चेक की कॉपी भेज दी लेकिन कोई भुगतान नहीं हुआ। रिपोर्ट के अनुसार कई बार वादा किए जाने के बावजूद भुगतान नहीं किया गया इसके बाद 22 जनवरी को FIR दर्ज की गई।