शार्क टैंक के गुस्सैल जज व यूपीआई पेमेंट ऐप Bharat pe के सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर पिछले कुछ समय से विवादों में थे और कुछ दिन पहले खबर आई कि उन्होंने कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। ट्विटर पर वायरल ऑडियो के अलावा कंपनी ने उनके ऊपर फंड चोरी का इल्जाम भी मढ़ा था जिसे ग्रोवर ने निजी दुश्मनी और नीच सोच का नतीजा बताया था। उनकी रईसी को लेकर जो मीडिया में खबरें आईं उनपर भी ग्रोवर ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि उनके बारे में लैविश बात सिर्फ उनके सपने और उन्हें हर मुश्किल के बावजूद पूरा करने की क्षमता है।
तमाम इल्जामों के कारण कंपनी छोड़ चुके अशनीर ग्रोवर की मुश्किलें अब भी कम नहीं हुई हैं। अब कंपनी के वर्तमान और पूर्व कर्मचारी सामने आकर उनके बारे में बातें कर रहे हैं और नए खुलासे हो रहे हैं। एक महिला एग्जिक्यूटिव ने जानकारी दी कि साल 2020 में कोरोना टाइम उन्होंने कंपनी को ज्वाइन किया और ये देखकर हैरान हो गई कि वहाँ मास्क पहनना कोई अनिवार्य नहीं है। सिर्फ कुछ लोग ही वहाँ मास्क पहन रहे थे। उन्होंने आवाज उठाई तो ग्रोवर ने उनके खिलाफ़ एक्शन लिया और जॉब पाने के कुछ दिन बाद उन्हें उन्हें उस जॉब से ग्रोवर ने ये कहकर निकलवा दिया कि वो कोविड को मसला बना रही हैं।
कर्मचारियों की शिकायत केवल ग्रोवर से ही नहीं है बल्कि कर्मचारी बताते हैं कि उनकी पत्नी माधुरी ग्रोवर भी कुछ कम नहीं थी। कंपनी का हिस्सा रहे 10 से ज्यादा कर्मचारियों ने बताया कि माधुरी स्टाफ को ज्यादा कॉफी पीने पर और प्रिंट आउट लेने पर सैलरी काटने के लिए धमकाती थीं। इसके अलावा छोटी-छोटी बातों पर सवाल करके कर्मचारियों को तंग करना भी उनके स्वभाव में था।
इन दोनों पति-पत्नी के बारे में कुछ हैरान करने वाले बयान भी मीडिया में सामने आए हैं, जो कि भारत पे कंपनी के कर्मचारियों के हवाले से हैं। कर्मचारी बताते हैं कि फंड के दुरुपयोग के इल्जाम में कंपनी से निकाले गए अशनीर ग्रोवर ने कंपनी में रहते हुए पोर्श कार की खरीद की थी और उन्होंने खुद अपने स्टाफ को इस बारे में बताया था कि उन्होंने 1 लाख 30 हजार डॉलर यानी कि 9 करोड़ 93 लाख रुपए की सिर्फ डाइनिंग टेबल खरीदी है। इतना ही नहीं उन्होंने एक पेंटहाउस को किराए पर लिया था और साथ ही अपनी प्रॉपर्टी का आधुनिक रेनोवेशन भी कराया था।
उल्लेखनीय है कि भारत पे ऐप के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर पर कई इल्जाम लंबे समय से लग रहे थे। ऐसे में उस बीच उनका बयान आया था कि अगर कंपनी में उनकी हिस्सेदारी के लिए 4,000 करोड़ रुपए मिल जाते हैं तो वह कंपनी छोड़ने के लिए तैयार हैं। हालाँकि, विवाद बहुत बढ़ने के बाद उन्हें कंपनी से कुछ दिन पहले इस्तीफा देना ही पड़ा। उनसे पहले उनकी पत्नी माधुरी को भी फंड से छेड़छाड़ करने के इल्जाम में कंपनी ने निकाला था। बहुचर्चित शार्क टैंक के जजों में एक ग्रोवर पर धोखाधड़ी, दुर्व्यवहार और कॉरपोरेट गवर्नेंस के आरोप हैं।