तमिलनाडु के त्रिची में सीआईडी पुलिस ने बीते गुरुवार (30 दिसंबर 2021) को तंजावुर में एक व्यक्ति के पास से 500 करोड़ रुपए का पन्ने का शिवलिंग (Emerald Lingam) बरामद किया। इस शिवलिंग को बैंक लॉकर में रखा गया था। एडीजीपी जयंत मुरली ने शिवलिंग मिलने के बाद शुक्रवार को इस संबंध में मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्हें टिप मिली थी कि तंजावुर में एक शख्स पर पन्ने का शिवलिंग है। छापेमापी हुई तो व्यक्ति के बैंक लॉकर से शिवलिंग बरामद हुआ।
पुलिस ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम ने गुरुवार को तंजावुर के अरुलानंद नगर के 7वें चौराहे पर एक घर में छापेमारी की। उन्होंने घर पर तकरीबन 80 वर्ष के एन ए समियप्पन के बेटे एन एस अरुण से जब पूछताछ की तो अरुण ने जानकारी दी कि उसके पिता ने तंजावुर में एक बैंक लॉकर में प्राचीन पन्ना लिंगम रखा है। इसके बाद उस शिवलिंग को बरामद करके पुलिस ने उसे जाँच के लिए भेजा।
Emerald Shiva Lingam worth Rs.500Cr found in Tamil Nadu. pic.twitter.com/0GAgj2J91P
— Suresh Seshadri (@sureshseshadri1) January 2, 2022
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, जिस शिवलिंग को बैंक लॉकर से बरामद किया गया उसका वजन 530 ग्राम और ऊँचाई 8 सेंटीमीटर है। जब अरुण से इस विषय में पूछताछ हुई तो उन्हें खुद नहीं मालूम था कि उनके पिता को इतनी प्राचीन वस्तु कहाँ से मिली। एडीजीपी ने कहा कि उन्होंने शिवलिंग मिलने के बाद उसे रत्नविदों को दिखाया, जिन्होंने इसकी कीमत 500 करोड़ रुपए आँकी है। इसे धर्मपुरम अधीनम जैसे संरक्षकों के साथ वेरीफाई किया गया है। उन्होंने इसके असली होने की पुष्टि की है। अब आगे वैज्ञानिक विश्लेषण होगा और उस मंदिर की पहचान की जाएगा जिसमें ये शिवलिंग था।
वहीं इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट के सह-संस्थापक एस विजय कुमार ने 500 करोड़ रुपए के अनुमान को मिथ बताया। साथ ही कहा कि पन्ना से बने शिवलिंगों की चोरी साउथ इंडिया के मंदिरों और मठों से 80 के दशक के अंत से हो रही है। अब पुलिस इस बात की जाँच भी कर रही है कि क्या ये शिवलिंग वही है जो साल 2016 में नागपट्टिनम जिले के थिरुकुवलाई में शिव मंदिर से गायब हो गया था। रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की जाँच में सम्यप्पन सहयोग कर रहे हैं। पुलिस उनके बैकग्राउंड के बारे में पूछताछ कर रही है।