कश्मीर पंडितों के नरसंहार पर झूठ परोसने के बाद कॉन्ग्रेस को हर जगह से खरी-खोटी सुनने को मिल रही है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी वेंकटेश प्रसाद ने कॉन्ग्रेस पार्टी को धोया है। उन्होंने पार्टी के ओछेपन पर राय दी और कहा कि जब ऐसा लगता है कि पार्टी इससे ज्यादा नहीं गिर सकती तब ये दोबारा नीचता कर देते हैं।
When one feels, they have hit rock-bottom and can only rise from here, they invent ways to hit newer lows. A pity they choose to hurt sentiments of Kashmiri Pandits again. #KashmirFiles is an eye-opener and probably just a tip of the iceberg. https://t.co/GwR1JHqE5T
— Venkatesh Prasad (@venkateshprasad) March 13, 2022
वेंकटेश प्रसाद ने लिखा, “जब ऐसा सोचो कि इन्होंने अपनी नीचता के चरम को छू लिया है और अब वह उठना शुरू करेंगे तो ये नए तरीके खोज लेते हैं कि कैसे खुद को और नीचे गिराएँ। अफसोस की बात है कि इन्होंने कश्मीरी पंडितों की भावनाओं को आहत करने का विकल्प चुना। कश्मीर फाइल्स आँख खोलने वाली फिल्म है या शायद सिर्फ हिमखंड का एक सिरा है।”
बता दें कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म की अपार सफलता के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी ने इस्लामी कट्टरपंथियों के बचाव में धड़ाधड़ ट्वीट करके ये साबित करने की कोशिश की थी कि 1990 में जो कुछ भी कश्मीर में हुआ उसके पीछे इस्लामी कट्टरपंथी नहीं बल्कि आरएसएस से जुड़े राज्यपाल जगमोहन और भाजपा जिम्मेदार थे। पार्टी ने ‘कश्मीर फाइल्स बनाम सच’ हैशटैग के साथ 9 ट्वीट किए और दावा किया कि जो वो बता रहे हैं वहीं कश्मीरी पंडितों के मामले के तथ्य हैं।
प्रोपेगेंडा चलाने के लिए कॉन्ग्रेस ने बिन सोचे कुछ भी ट्वीट किए जिसकी वजह से बाद में उन्हें अपना पहला ट्वीट डिलीट तक करना पड़ा। इस ट्वीट में कॉन्ग्रेस केरल ने कहा था कि भले ही 1990 से 2007 के बीच आतंकियों ने 399 कश्मीरी पंडितों को मारा लेकिन इतने ही अंतराल में 15000 मुस्लिम भी आतंकियों द्वारा मारे गए। अब ये ट्वीट कॉन्ग्रेस के अकॉउंट पर नहीं है जबकि बाकी ट्वीट इस पर अब भी हैं।
इस हैंडल से किए गए लगातार 9 ट्वीट का सारांश यही है कि कश्मीर में 90 के दशक में कश्मीरी हिंदुओं के साथ जो हुआ वैसा कश्मीरी मुस्लिमों के साथ भी हुआ था। इसके अलावा पंडितों के पलायन के लिए भाजपा जिम्मेदार है इस्लामी कट्टरपंथी नहीं। भाजपा ने अपने प्रोपेगेंडे के लिए इस मामले को भुनाया जबकि कॉन्ग्रेस पार्टी जी जान लगाकर उनकी मदद में जुटी थी।