प्राइवेट सेक्टर के बैंक आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वी वैद्यनाथन (V Vaidyanathan) चर्चा में हैं। उन्होंने अपनी दरियादिली का नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। दरअसल वैद्यनाथन ने अपने ड्राइवर, ट्रेनर और घर में काम करने वाले दूसरे हाउसहेल्प को 3.95 करोड़ रुपए के बैंक के शेयर गिफ्ट किए हैं। उन्होंने 5 लोगों को करीब 9 लाख शेयर बाँटे हैं। खास बात यह है कि इन पाँचों लोगों का IDFC FIRST Bank से कोई लेनादेना नहीं है।
बैंक ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “हम यह सूचित करना चाहते हैं कि मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ वी वैद्यनाथन ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड के 9 लाख इक्विटी शेयर नीचे दिए गए व्यक्तियों को 21 फरवरी, 2022 को उपहार में दिए हैं।”
IDFC First Bank MD and CEO, #VVaidyanathan has gifted nine lakh shares, worth over ₹3.95 crores to his driver, house help, trained, and two other individuals to help them purchase houses.
— Mint (@livemint) February 22, 2022
Read: https://t.co/dR3Y1a2atb pic.twitter.com/mgqJFm7T77
बैंक ने सोमवार को रेगुलेटर को दी गई जानकारी में बताया कि वैद्यनाथन ने 3 लाख शेयर अपने ट्रेनर रमेश राजू को दिए हैं। 2 लाख शेयर घर में काम करने वाले प्रांजल नरवेकर और ड्राइवर अलगारसामी सी मुनापर को दिए हैं। इसके अलावा 1-1 लाख शेयर सपोर्ट स्टाफ दीपक पथारे और संतोष जगोले को दिए हैं।
BSE पर सोमवार के बंद भाव के मुताबिक देखें तो IDFC FIRST Bank के एक शेयर की कीमत 43.90 रुपए है। इस हिसाब से वैद्यनाथन ने 3,95,10,00 रुपए के 9 लाख शेयर अपने लिए काम करने वालों के बीच बाँटा है। इसके अलावा बैंक ने ये भी बताया कि रुकमणी सोशल वेलफेयर ट्रस्ट ने भी सामाजिक कल्याण के लिए 2 लाख इक्विटी शेयर दिए हैं।
बैंक ने रेगुलेटर को बताया कि इस तरह IDFC FIRST Bank के 11 लाख इक्विटी शेयर अलग-अलग लोगों को बाँटे गए हैं। गौर करने वाली बात यह है कि इन लेनदेन से वी वैद्यनाथन द्वारा प्राप्त कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष लाभ नहीं है। उन्होंने इससे पहले भी कुछ इंडिविजुअल्स को IDFC FIRST Bank के अपने शेयर गिफ्ट किए थे।
वैद्यनाथन ने दिलाई है IDFC FIRST Bank को पहचान
गौरतलब है कि वैद्यनाथन ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक को एक नई पहचान दिलाई है। उन्होंने पहले कैपिटल फर्स्ट की शुरुआत की थी, जिसे दिसंबर 2018 में आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में विलय कर दिया गया।