रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और देश के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ा बयान दिया है। अंबानी ने कहा है कि साल 2047 देश की अर्थव्यवस्था 3 ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 40 ट्रिलियन डॉलर पर पहुँच जाएगी और भारत की गिनती दुनिया की 3 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में होगी।
दरअसल, मुकेश अंबानी मंगलवार (22 नवंबर 2022) को गुजरात के गाँधीनगर में पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी के 10वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा है कि भारत अमृत काल के दौरान आर्थिक विकास और अवसरों में अभूतपूर्व उछाल के लिए तैयार है। भारत 2047 तक 3 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था से बढ़कर 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश हो जाएगा।
#WATCH | India will witness an unprecedented explosion in economic growth & opportunities. From $3 trillion economy, India will grow to become $40 trillion economy by 2047…: Mukesh Ambani during convocation ceremony of Pandit Deendayal Energy University pic.twitter.com/G6w01zqu8O
— ANI (@ANI) November 22, 2022
मुकेश अंबानी ने यह भी कहा है कि साल 2047 भारत की आजादी का 100वाँ वर्ष होगा तब, देश के सामने आर्थिक विकास का नया आयाम खुलेगा। उन्होंने आगे कहा गेमचेंजर समझी जाने वाली तीन क्रांतियाँ आने वाले दशक में भारत के विकास को नियंत्रित करेंगी। ये क्रांतियाँ क्लीन एनर्जी क्रांति, बायो एनर्जी क्रांति और डिजिटल क्रांति होगीं।
छात्रों को संबोधित करते हुए मुकेश अंबानी ने यह भी कहा है कि क्लीन एनर्जी और बायो एनर्जी द्वारा स्थाई रूप से एनर्जी प्रोडक्शन होगा। साथ ही, डिजिटल रिवॉल्यूशन हमें बेहतर तरीके से एनर्जी इस्तेमाल करने में सक्षम बनाएगी। ये तीनों माध्यम हमारे जीवन को बदल देंगे। क्लीन एनर्जी, बायो-एनर्जी और डिजिटल रिवॉल्यूशन मिलकर भारत और दुनिया को जलवायु संकट से निपटने में मदद करेंगे।
इस कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा है कि भारत के भविष्य के नेताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि देश वैश्विक स्वच्छ और हरित ऊर्जा क्रांति का नेतृत्व करे। उन्होंने इस मिशन में सफलता प्राप्त करने के लिए 3 मंत्र दिए – थिंक बिग, थिंक ग्रीन, और थिंक डिजिटल।
अंबानी ने पंडित दीनदयाल एनर्जी यूनिवर्सिटी के छात्रों को माता-पिता के संघर्षों को याद रखने का संदेश देते हुए कहा कि देश के युवा 4जी और 5जी को लेकर उत्साहित हैं लेकिन उन्हें यह याद रखना चाहिए कि इस दुनिया में माताजी और पिताजी से बड़ा कोई ‘जी’ नहीं है। युवाओं को अपने माता-पिता के संघर्ष और त्याग को नहीं भूलना चाहिए।