हिंदुओं की आस्था में आधुनिकता का तड़का लगाने का प्रयास इस बार पंजाब में हुआ है। वहाँ रामलीला मंचन के दौरान स्टेज पर कहीं कलाकार बोतल लेकर नाचता दिखाई दिया, तो कहीं रावण की वेशभूषा पहने-पहने कलाकार स्टेज पर बंदूक के साथ डांस करने लगा। सोशल मीडिया पर दोनों वीडियो वायरल हैं और लोग ऐसी फूहड़ता का विरोध कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक एक वीडियो पटियाला और दूसरा रोपड़ की है। पटियाला से आई वीडियो को देख तो हिंदू संगठन ने रामलीला के आयोजकों से झूठे बर्तन धुलवा लिए। लेकिन रोपड़ की वीडियो कब की है ये नहीं पता चला है।
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— 𝕷𝖆𝖐𝖘𝖍𝕯𝖊𝖛 𝕶𝖍𝖎𝖑𝖊𝖗𝖎 🇮🇳 (@devindra21jaat) October 10, 2021
इस पर कांग्रेस के ट्विटजीवी और चन्नी जी का क्या कहना है ।
*पंजाब में रामलीला के नाम पर मखौल:* पटियाला में शराब की बोतल लेकर मंच पर झूमा कलाकार; रोपड़ में बंदूक लेकर नाचा रावण https://t.co/Br8heTCPwN
पटियाला की जो वीडियो वायरल है उसे अपनी खबर में शेयर करते हुए दैनिक भास्कर बताता है कि यहाँ रामलीला का आयोजन जीरकपुर प्रभात एरिया में श्री सनातन धर्म क्लब रामलीला मंचन द्वारा करवाया जा रहा है। जहाँ 5 अक्टूबर को एक कलाकार शराब की बोतल लेकर मंच पर चढ़ गया और मनोरजंन के नाम पर उसने ‘सब तो मिला के पीते हैं…’ गाने पर नाचना शुरू कर दिया।
मामले ने तूल तब पकड़ा जब वीडियो वायरल हुई। इसके बाद हिंदू तख्त के धर्माधीश जगदगुरु पंचानंद गिरी जी महाराज ने रामलीला मंचन करवा रहे आयोजक और बोतल लेकर मंच पर नाचने वाले कलाकार को झूठे बर्तन धोने की सजा सुनाई और उनसे 4 घंटे बर्तन धुलवाए। इसके बाद तख्त ने उन्हें अगले 5 शनिवार श्री काली माता मंदिर में भक्तों के झूठे बर्तन साफ करने को कहा है।
इसी प्रकार रोपड़ से आई वीडियो में रावण की वेशभूषा में स्टेज पर कलाकार बंदूक लेकर नाच रहा है। उसके पीछे पंजाबी गायक हरजीत हरमन का ‘मित्रां दा नां चलदा’ गीत बज रहा है, पीछे दर्शक भी खूब शोर मचा रहे हैं, मंच पर बैठे लोग भी मजे लेते हुए दिख रहे हैं। कुछ लोग रावण के साथ नाचते भी देखे गए।
उल्लेखनीय है कि ये कोई नई बात नहीं है कि रामलीला के मंच पर ऐसी घटिया हरकतें हुई हों। केवल पंजाब ही नहीं आज जगह-जगह रामलीला को मनोरंजन का स्रोत बना दिया गया है। वहाँ कॉमेडी होती है, ऐसे घटिया डांस होते हैं, गाना गाया जाता है। आयोजकों को लगता है कि ऐसा करके वह दर्शकों को बाँधे रखते हैं लेकिन सच यह है कि रामलीला मंचन हर वर्ष इस उद्देश्य से होता था कि रामकथा का प्रसार हो और श्रीराम के जीवन से आने वाली पीढ़ी शिक्षा ले सके। हालाँकि, अब ये सब बीती बातें लगती हैं और आज का समय यही है जहाँ रावण बंदूक लेकर नाचता है और हनुमानजी की तस्वीर के सामने कलाकार को शराब की बोतल हाथ में देकर नाचने की छूट दे दी जाती है।