देश में कोरोना महामारी के प्रकोप के बावजूद कई सेक्टर्स में धीरे-धीरे रिकवरी होनी शुरू हो गई है। इनमें से एक निर्यात (एक्सपोर्ट) का क्षेत्र भी है। पिछले साल के मुकाबले इस क्षेत्र में सालाना आधार पर 5.27% की वृद्धि हुई है। इसकी जानकारी केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने दी है।
उन्होंने गुरुवार (अक्टूबर 1, 2020) को बताया कि लगातार 6 महीने की गिरावट के बाद देश का निर्यात, सितंबर महीने में सालाना आधार पर 5.27 प्रतिशत बढ़कर 27.4 अरब डॉलर रहा। उन्होंने इसे अर्थव्यवस्था में तेज गति से होने वाली रिकवरी के संकेत कहा।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड… भारतीय माल का निर्यात पिछले साल की तुलना में इस साल सितंबर में 5.27% बढ़ा है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था की तेजी से रिकवरी करने का एक और संकेत है, क्योंकि इसने कोविड पूर्व के स्तर के पैरामीटर को पार किया है।”
Make in India, Make for the World: Indian merchandise exports grow 5.27% in Sep 20 as compared to last year. Another indicator of the rapid recovery of Indian economy as it surpasses pre COVID levels across parameters. pic.twitter.com/82995JxV7Q
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) October 1, 2020
बता दें कि सितंबर 2019 में 26.02 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था। मगर, कोविड-19 महामारी और इसके कारण वैश्विक स्तर पर माँग में कमी से इस साल मार्च से ही निर्यात में गिरावट जारी थी। पेट्रोलियम, चर्म उत्पाद, इंजीनियरिंग सामान और रत्न एवं आभूषण जैसे प्रमुख क्षेत्रों के निर्यात में गिरावट देखने को मिल रही थी।
बाजार के जानकार व निर्यातकों के शीर्ष संगठन फियो के अध्यक्ष शरद कुमार सर्राफ ने कहा, “यह उम्मीद के अनुरूप है। इसका कारण यह है कि चीन विरोधी धारणा से काफी ऑर्डर मिले हैं।” उन्होंने कहा कि अगर भारत वस्तु निर्यात योजना (एमईआईएस), जोखिम निर्यात और आरओडीटीईपी (निर्यात उत्पादों पर शुल्कों तथा करों में छूट) से जुड़े मसलों का समाधान हो जाता है तो निर्यातक और अच्छा कर सकते हैं।
वहीं, सितंबर महीने के आँकड़े पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (TPCI) के चेयरमैन मोहित सिंगला ने कहा कि निर्यात रिकवरी के रास्ते पर है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार अब खुल रहा है और खरीदारों ने ऑर्डर देने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा, “खाद्य एवं कृषि क्षेत्र का निर्यात पहले की तरह जारी रहेगा, क्योंकि इनका प्रदर्शन खराब दौर में भी बेहतर रहा।”
भारतीय रेलवे के राजस्व में भी वृद्धि
इसी प्रकार रेलवे क्षेत्र में भी प्रगति के नए आयाम देखने को मिल रहे हैं। निर्यात क्षेत्र में सालाना आधार पर वृद्धि के साथ ही भारतीय रेलवे में भी उल्लेखनीय बदलाव आए हैं। सितंबर में रेलवे के राजस्व में 13.54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके मतलब साफ है कि भारतीय अर्थव्यवस्था सुधार के रास्ते पर है।
रेलवे के अनुसार माल ढुलाई इस महीने में 15.35 प्रतिशत बढ़कर 10.212 करोड़ टन रहा जो एक साल पहले इसी महीने में 8.853 करोड़ टन था। पिछले साल रेलवे को सितंबर माह में 8,176.29 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। वहीं इस साल रेलवे ने माल ढुलाई से 9,896.86 करोड़ रुपए कमाए। इसका मतलब साफ है कि इस बार भारतीय रेलवे को माल ढुलाई में पिछले साल के मुकाबले 1,180.57 करोड़ रुपए का फायदा हुआ और 13.54%की वृद्धि हुई।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने कहा, “इन चुनौतीपूर्ण समय के बावजूद, भारतीय रेलवे ने व्यवसाय विकास के लिए कई पहल की हैं और माल ढुलाई को बढ़ावा देने के लिए अनेक शुरुआत की हैं, जिसका परिणाम सितंबर महीने में आया है।”