Sunday, November 17, 2024
Homeविविध विषयअन्य50 लाख डाउनलोड्स के बावजूद गूगल ने 'Remove China Apps' को हटाया, Tik-Tok की...

50 लाख डाउनलोड्स के बावजूद गूगल ने ‘Remove China Apps’ को हटाया, Tik-Tok की रेटिंग भी की थी बहाल

तकनीकी विशेषज्ञों ने बताया था कि 'Remove China Apps' का प्रयोग एकदम सुरक्षित है और इससे कोई हानि नहीं होती। ये एप फोन को स्कैन कर के उसके सारे एप्लीकेशंस की सूची की तुलना अपने डेटाबेस में डाले गए चाइनीज एप्स से करता है और मैच होते ही उस एप्लीकेशन को अनइनस्टॉल कर दिया जाता है। विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि ये व्यक्तिगत डेटा से छेड़छाड़ नहीं करता।

इंटरनेट जगत की दिग्गज कम्पनी गूगल ने ‘Remove China Apps’ नामक उस मोबाइल एप्लीकेशन को प्ले स्टोर से हटा दिया है, जिसका प्रयोग फोन में से चीनी एप्स को हटाने के लिए किया जा रहा था। ‘Remove China Apps’ का इस्तेमाल लोग चीनी एप्स को अनइंस्टॉल करने के लिए कर रहे थे। भारत में चीनी प्रोडक्ट्स के बॉयकट की बात चल रही है और लोग उसके प्रोडक्ट्स का प्रयोग कर के उसे राजस्व नहीं देना चाहते।

अभी तक गूगल ने ये स्पष्ट नहीं किया है कि ‘Remove China Apps’ को प्ले स्टोर से क्यों हटाया गया। बता दें कि गूगल का प्ले स्टोर एंड्राइड एप्लीकेशंस के आधिकारिक बाजार की तरह है, जहाँ से एप्स को डाउनलोड किया जाता है और ख़रीदा जाता है। वहीं ‘Remove China Apps’ का लोग इसीलिए प्रयोग कर रहे थे, क्योंकि ये फोन में उपस्थित सभी चाइनीज एप्स की क्षण भर में पहचान कर के उसे अनइंस्टॉल कर देता था।

इससे पहले गूगल ने टिक-टॉक के प्रतिद्वंद्वी एप ‘मित्रों’ को प्ले स्टोर से हटा दिया था। गूगल ने इसे ‘स्पैम’ और ‘मिनिमल फंक्शनलिटी पॉलिसी’ वाला एप्लीकेशन बताया था, जिसके कारण इसे हटाया गया। गूगल का कहना था कि ‘मित्रों’ एप में कुछ भी ओरिजिनल नहीं है और ये दूसरे एप्लीकेशंस से फीचर्स कॉपी कर के नियमों का उल्लंघन करता है। इस एप को ‘रेपेटिटिव कंटेंट्स’ की श्रेणी कर इसे प्ले स्टोर से निकाल बाहर किया गया।

गूगल ने चाइनीज सोशल मीडिया एप्लीकेशन टिक-टॉक की रेटिंग को भी प्ले स्टोर पर रिस्टोर कर दिया था। दरअसल, हुआ यूँ था कि लोग यूट्यूब बनाम टिक-टॉक की लड़ाई में टिक-टॉक से खफा थे और इसकी रेटिंग को करीब 20 लाख लोगों ने 1.1 पर पहुँचा दिया था। गूगल ने इसे स्पैम की कैटेगरी में दाल दिया और टिक-टॉक की रेटिंग को फिर से 4.4 कर दिया। कई लोग इस फैसले से आक्रोशित थे और उन्होंने गूगल से पुछा था कि क्या उनकी भावनाओं के लिए उसके मन में कोई सम्मान नहीं है?

वहीं ‘Remove China Apps’ को जयपुर में स्थित ‘OneTouch Apps Lab’ द्वारा डेवेलप किया गया था, ताकि लोगों की चीनी एप्स को अपने फोन से निकाल बाहर फेंकने में मशक्कत न करनी पड़े। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसका ख़ूब प्रचार किया था। एप के डेवलपर्स ने पिछले दो सप्ताह में मिले प्यार के लिए जनता को धन्यवाद दिया है। साथ ही उसने लोगों को टिप्स दिया है कि वो गूगल पर किसी भी एप का नाम लिख कर ‘Origin Country’ टाइप करें, पता चल जाएगा कि वो किस देश का एप है।

‘इंडियन एक्सप्रेस’ के अनुसार, तकनीकी विशेषज्ञों ने बताया था कि ‘Remove China Apps’ का प्रयोग एकदम सुरक्षित है और इससे कोई हानि नहीं होती। ये एप फोन को स्कैन कर के उसके सारे एप्लीकेशंस की सूची की तुलना अपने डेटाबेस में डाले गए चाइनीज एप्स से करता है और मैच होते ही उस एप्लीकेशन को अनइनस्टॉल कर दिया जाता है। विशेषज्ञों का ये भी कहना है कि ये व्यक्तिगत डेटा से छेड़छाड़ नहीं करता। इसे 50 लाख से भी अधिक लोगों ने डाउनलोड किया था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -