सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल है। इसमें बीते जमाने के दो ऐसे क्रिकेटर दिख रहे हैं जो कभी गहरे दोस्त थे। एक ही गुरु (रमाकांत आचरेकर) के शिष्य थे। दोनों को भारतीय क्रिकेट टीम में जगह भी मिली। फेम भी। लेकिन दोनों की यात्रा की कहानी अलग-अलग है।
एक (सचिन तेंदुलकर) ने क्रिकेट को अपने तरीके से परिभाषित किया और ‘मास्टर ब्लास्टर’ और ‘गॉड ऑफ क्रिकेट’ जैसा तमगे हासिल किए। दूसरे (विनोद कांबली) की यात्रा बताती है कि एक खिलाड़ी को अपने जीवन में क्या-क्या नहीं करना चाहिए।
वायरल वीडियो उसी शिवाजी पार्क का है जहाँ कभी सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली घंटों पसीने बहा कर अपने क्रिकेटिंग कौशल को निखारते थे। कार्यक्रम उसी कोच आचरेकर के स्मारक के अनावरण का था जो इन दोनों को तराश रहे थे। वीडियो में आप देख सकते हैं कि सचिन मंच पर बैठने के लिए आगे बढ़ने से पहले विनोद कांबली से मिलते हैं। दोनों में कुछ देर बातचीत होती है। फिर सचिन आगे बढ़ने की कोशिश करते हैं। लेकिन कांबली उनका हाथ नहीं छोड़ते। इधर मंच उद्घोषक बार-बार सचिन से अपनी जगह पर बैठने की अपील करते रहते है। इसी इवेंट के एक और वायरल वीडियो में कांबली को सचिन का सिर सहलाते देखा जा सकता है।
#WATCH | Maharashtra: Former Indian Cricketer Sachin Tendulkar met former cricketer Vinod Kambli during an event in Mumbai.
— ANI (@ANI) December 3, 2024
(Source: Shivaji Park Gymkhana/ANI) pic.twitter.com/JiyBk5HMTB
कांबली को एक ऐसे क्रिकेटर के तौर पर याद किया जाता है जो अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं कर पाए। मैदान में वो सफलता हासिल नहीं कर पाए जो उन्हें करना चाहिए था। इसके लिए विलेन भी खुद कांबली ही माने जाते हैं। शायद यही कारण है कि बाद के सालों में सचिन के साथ उनकी दोस्ती में भी पुरानी गर्मजोशी नहीं रही। ऐसे में यह वीडियो ऐसा है जिसमें मानव जीवन के हर भाव एक साथ स्पष्ट नजर आते हैं। खुशी, दर्द, पाश्चाताप… यही इस वीडियो की यूएसपी भी है और सबक भी।
क्रिकेट के मैदान पर सचिन तेंदुलकर ने जो सफलता, जो सम्मान हासिल किया है, उसका दूसरा उदाहरण विरले ही मिलता है। जब उन्होंने खेल के मैदान को छोड़ने का फैसला किया तो बल्लेबाजी के ज्यादातर रिकॉर्ड उनके ही नाम थे। इनमें से बहुतेरे के करीब आज भी कोई नहीं पहुँच पाया है।
लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा भी है जिसमें 22 साल की उम्र में ही संन्यास लेने वाले एक क्रिकेटर के आगे सचिन कहीं नहीं टिकते। विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी भी नहीं। जामनगर के ‘महाराजा’ बनने के बाद भी पूर्व क्रिकेटर अजय जाडेजा इस मामले में पीछे ही हैं।
हम बात कर रहे हैं कमाई की और 22 साल की उम्र में ही संन्यास लेकर सबको चौंका देने वाले क्रिकेटर आर्यमान बिड़ला की। कभी आईपीएल की राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा रहे बिड़ला भारत के सबसे अमीर क्रिकेटर हैं। उनकी कुल संपत्ति 70 हजार करोड़ रुपए के करीब है। 2017-18 में मध्य प्रदेश की तरफ से उन्होंने रणजी ट्रॉफी में पर्दापण किया था। 2018 में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें ₹30 लाख में खरीदा था।
राजस्थान रॉयल्स के साथ दो सीजन बिताने के बाद भी उन्हें आईपीएल में कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला। ईएसपीएन क्रिक इन्फो पर उपलब्ध आँकड़े बताते हैं कि आर्यमान बिड़ला ने प्रथम श्रेणी के 9 मैच खेले हैं। इनमें कुल 414 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। घरेलू मैचों में अच्छी शुरुआत के बावजूद आर्यमान बिड़ला ने निजी कारणों से 2019 में पेशवर क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
जाहिर है कि आर्यमान ने इतनी अकूत संपत्ति क्रिकेट के जरिए हासिल नहीं की है। दरअसल वे कुमार मंगलम बिड़ला के बेटे हैं। कुमार मंगलम भारत के प्रमुख औद्योगिक घरानों में से एक आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन हैं।
वहीं सचिन तेंदुलकर का नेटवर्थ 1250 करोड़ रुपए है। महेंद्र सिंह धोनी की 1040 करोड़ रुपए और विराट कोहली की 1020 करोड़ रुपए की है। जामनगर का महाराजा बनने के बाद इस मोर्चे पर अजय जाडेजा भी आगे निकल गए हैं। पहले उनकी कुल संपत्ति करीब 140 करोड़ रुपए की थी। लेकिन ‘महाराजा’ बनते ही विरासत में जो संपत्ति मिली है, उससे उनका नेटवर्थ बढ़कर करीब 1450 करोड़ रुपए हो गया है।