उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा के ख़िलाफ़ आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की धारा-420 के तहत 24 लाख रुपए की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इस केस के सिलसिले में पुलिस उनसे पूछताछ के लिए गुरुवार को मुंबई में उनके जुहू स्थित रामायण बंगले पहुँची थी, लेकिन वो वहाँ नहीं मिलीं।
UP Police: Case registered against actress Sonakshi Sinha at Katghar Police Station under sections 420 (cheating) & 406 of IPC. In 2018, she had taken ₹24 lakh for a stage performance but didn’t turn up. Police went to her residence in Mumbai, y’day but she wasn’t present then. pic.twitter.com/MB9347mgtn
— ANI UP (@ANINewsUP) July 12, 2019
पुलिस के अनुसार, शिवपुरी गाँंव निवासी प्रमोद शर्मा ने 24 नवंबर 2918 को मुरादाबाद के एसएसपी से सोनाक्षी सिन्हा के ख़िलाफ़ शिक़ायत की थी। प्रमोद ने अपनी शिक़ायत मे बताया था कि उन्होंने दिल्ली में 30 सितंबर 2018 को इंडिया फैशन एंड ब्यूटी अवॉर्ड कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम मे सोनाक्षी को अवॉर्ड बाँटने के लिए बुलाया गया था।
इस कार्यक्रम के लिए प्रमोद ने टैलेंट फुल ऑन कंपनी से करार किया था। उन्होंने दावा किया कि सोनाक्षी के निजी सचिव मालविका पंजाबी से बातचीत के बाद उन्होंने उनके अकाउंट में फीस के रूप में रकम का भुगतान कर दिया था। लेकिन सोनाक्षी ने अचानक उस कार्यक्रम में आने से इनकार कर दिया। इसके बाद प्रमोद ने सोनाक्षी के ख़िलाफ़ शिक़ायत कर दी।
ख़बर के अनुसार, वादी ने एक पत्र लिखकर न्याय की माँग की थी, लेकिन इस मामले को गंभीरता से न लेते हुए क्षेत्राधिकारी टाल-मटोल करते रहे। इससे आहत होकर प्रमोद शर्मा ने 13 फरवरी को ज़हर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस क़दम के बाद राज्य की पुलिस ने आईपीसी की घारा-420, 120 बी, 406, 34 के तहत FIR दर्ज कर ली थी।
FIR में सोनाक्षी सिन्हा, अभिषेक सिन्हा, मालविका पंजाबी, धूमिल कक्कड़, एडगर सकारिया के नाम शामिल हैं, जिन्हें इस मामले में आरोपी ठहराया गया है। जानकारी के अनुसार, इस FIR को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी, जिसके बाद सोनाक्षी सिन्हा की गिरफ़्तारी पर रोक लग गई थी।
आपको बता दें कि सोनाक्षी मशहूर फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी हैं। शत्रुघ्न सिन्हा पहले बीजेपी के नेता थे फिर पाला बदल कर कॉन्ग्रेस में शामिल हो गए। सोनाक्षी का माँ और शत्रुघ्न सिन्हा की बीवी सपा नेता हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में सपा और कॉन्ग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़े थे लेकिन फिर भी कॉन्ग्रेसी शत्रुघ्न सिन्हा ने पार्टी लाइन से अलग जाकर अपनी पत्नी (यानी सपा नेता) के लिए चुनाव प्रचार किया था।