भारत के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। टोक्यो ओलंपिक में गुरुवार (5 अगस्त) को भारत की पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से मात देकर इतिहास रचा दिया। कांस्य पदक जीतने का श्रेय टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को जाता है, लेकिन इस ऐतिहासिक प्रदर्शन में टीम इंडिया की ‘दीवार’ कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश का अहम योगदान रहा है।
श्रीजेश टीम इंडिया के पूर्व कप्तान भी रह चुके हैं और उनकी गिनती दिग्गज गोलकीपरों में होती है। आज भारतीय टीम के ओलंपिक में लाजवाब प्रदर्शन और शानदार जीत के बाद श्रीजेश को लेकर सालों पुराना एक वाकया लोगों के जहन में आ गया है।
बात साल 2013 की है। मुंबई मिरर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय खिलाड़ी श्रीजेश को नहीं पहचान पाने पर शिवसैनिकों की काफी किरकिरी हुई थी। शिवसेना के प्रतिनिधि ने राष्ट्रीय भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर श्रीजेश से पूछा था, ”क्या आप पाकिस्तानी हैं?” ये सुनते ही श्रीजेश शॉक्ड हो गए थे। हालाँकि, उन्होंने जबाव देने में बिल्कुल भी देर नहीं लगाई। टीम इंडिया के खिलाड़ी ने शिवसैनिको से कहा था, “यार अपने इंडिया के प्लेयर को तो पहचानते नहीं हो, पाकिस्तानी प्लेयर्स को कैसे पहचानोगे।”
श्रीजेश के इस जवाब ने हॉकी इंडिया लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खिलाफ शिवसैनिकों के तथाकथित विरोध का भंडाफोड़ कर दिया था। मालूम हो कि साल 2013 में हॉकी इंडिया लीग में हिस्सा लेने के लिए भारत आए पाकिस्तानी खिलाड़ियों के विरोध में मुंबई में शिवसैनिकों ने जमकर हंगामा किया था। शिवसैनिक ने हॉकी इंडिया के दफ्तर पहुँच कर वहाँ जम कर बवाल काटा था। इसके साथ ही शिवसैनिक पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वापस भेजने की माँग भी कर रहे थे।
शिवसैनिकों ने न केवल मुंबई मरीन टीम को महिंद्रा हॉकी स्टेडियम में अभ्यास करने से रोका, बल्कि खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम में एंट्री बैन करने की भी माँग की थी। मुंबई हॉकी संघ के अधिकारियों ने करीब 150 शिवसेना के प्रदर्शनकारियों को बताया था कि आयोजन स्थल पर कोई भी पाकिस्तानी खिलाड़ी मौजूद नहीं है।
इसके बावजूद वे अपनी बात पर अड़े रहे। शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे ड्रेसिंग रूम का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वे एक पाकिस्तानी खिलाड़ी को खोजने के लिए इतने बेताब थे कि उन्होंने श्रीजेश, जो वर्षों से भारतीय पुरुष हॉकी टीम का अहम हिस्सा रहे हैं, उनसे पूछा, “क्या आप पाकिस्तानी हो।” श्रीजेश ने बाद में कहा, “मुझे यह सब सुनकर बेहद अजीब लग रहा था।”
गौरतलब है कि मुंबई हॉकी एसोसिएशन के एक अधिकारी ने बाद में मिरर को बताया कि पाकिस्तानी खिलाड़ी वास्तव में आयोजन स्थल पर ही मौजूद थे। तथाकथित निरीक्षण से एक घंटे पहले पाकिस्तान के चार खिलाड़ियों महमूद राशिद, फरीद अहमद, मुहम्मद तौसीक और इमरान बट को चुपचाप स्टेडियम से बाहर निकाल कर वापस होटल ले जाया गया था।