सोशल मीडिया पर प्रोपगेंडा फैलाने वाले अक्सर अपने ही प्रोपगेंडा में फँसकर ट्रोल हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही द प्रिंट की स्तंभकार जैनब सिकंदर के साथ हुआ है। जैनब ने 4 नवंबर को दीप जलाते हुए एक फोटो पोस्ट की और ‘संघियों’ पर तंज कसने के लिए दावा किया कि मुस्लिम हमेशा से दिवाली मनाते हैं। लेकिन अब संघियों को साबित करने के लिए फोटो डालनी पड़ती है।
अब जहाँ जैनब अपने ट्वीट से ये साबित करना चाहती थीं कि उनके समुदाय में कैसे हिंदू त्योहार खुशी-खुशी मनाए जाते हैं लेकिन संघी इस बात पर यकीन नहीं करते। वहीं उनकी फोटो के नीचे कट्टरपंथी ही उनकी तस्वीर देख उन्हें ट्रोल करने लगे।
Muslims always celebrated Diwali. Now we just have to put up pictures to prove it to the sanghis.
— Zainab Sikander (@zainabsikander) November 4, 2021
Happy Diwali❤ pic.twitter.com/zG7okgAYoV
एक कट्टरपंथी ने कहा, “तेरे जैसे लोग मनाते होंगे, हम लोग अल्लाह और पैगंबर पर यकीन करते हैं। ये हराम है कि किसी भी त्योहार और अन्य धर्म के चरित्र को अपनाएँ। उम्मीद है बात समझ आएगी। अल्लाह हिदायत दे। आमीन।”
People like you must be celebrating, we believe in Allah and His Messenger, it is haram to adopt the festival and character of other religion.
— محترم انصاری (@Ansari_Mohtaram) November 4, 2021
I hope you understand,
May Allah guide you
Aameen!!
वकास असलम चीमा कहते हैं, “हम हर धार्मिक भावना की इज्जत करते हैं लेकिन दीवाली मनाना शिर्क है, चाहे हालात कोई भी हो।”
We respect the sentiments of other religions, however, it is shirk to celebrate the Diwali under any circumstances. Respect others as human being but being a celebrity dont validate yourself by celebrating such festivals of shirk
— M.Waqas Aslam Cheema (@waqasaslamchee1) November 4, 2021
एक महिला यूजर कहती है, “बाजी आपकी मजबूरी है ऐसी बातें करना…भारतीय मुसलमान हो ना, वरना मुस्लिम कभी दिवाली नहीं मनाते।”
Baji apki majboori ha asi batenn krna …. Indian Muslim ho na … werna MUSLIMS DO NOT CELEBRATE DIWALI .. We just respect others religions events.
— ESahresh (@ESahresh) November 4, 2021
सबजार ने कहा, “तुम्हारी राय हमारा मजहब नहीं है। हमें अपने जैसा बताना बंद करो।”
Unhe tu hamare Indian hune par bhi shak hai ma'am ,tu uske liye app kia post karengi.
— Uzma siraj (@UzmaPar57188606) November 4, 2021
उज्मा सिराज कहती है, “उन्हें तो मुस्लिमों के भारतीय होने पर भी शक है, उसके लिए क्या करेंगी।”
बता दें कि जैनब सिकंदर ही वह स्तंभकार हैं जिन्होंने अपने एक लेख में दावा किया था कि हिंदुओं को जानवरों की हत्या से कोई फर्क़ नहीं पड़ता, जब तक कि कोई हत्या दलित, मुस्लिम और ईसाई न हो। इसके अलावा उन्होंने एक लेख लिखा था जिसमें बताया था कि कैसे हिंदू राष्ट्र का आधार राम मंदिर नहीं बल्कि लव जिहाद के ख़िलाफ़ कानून है। ऐसे ही सिकंदर ने चीन-भारत विवाद पर बबीता फोगाट को राष्ट्रवाद का अर्थ समझाने की कोशिश की थी। लेकिन बबीता ने उन्हें लताड़ लगाते हुए बताया था कि चाइना प्रेम राष्ट्रवाद है तो फिर ये राष्ट्रवाद कॉन्ग्रेस को मुबारक।