रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के द्वारा विकसित एंटी कोविड ड्रग 2-DG को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। इस दवा के तीसरे फेज के ट्रायल के बाद यह परिणाम प्राप्त हुआ कि दवा की सहायता से कोरोना वायरस से गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों के उपचार में सहायता मिली साथ ही संक्रमितों में अतिरिक्त ऑक्सीजन की निर्भरता भी कम हुई है।
एंटी कोविड ड्रग 2-डिऑक्सी-D-ग्लूकोज या 2-DG को डीआरडीओ की लैब इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एण्ड एलाइड साइंस (INMAS) ने डॉ. रेड्डी लैब के साथ मिलकर बनाया है। इस दवा के उपयोग से कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों में गंभीर लक्षणों के बाद भी शीघ्रता से सुधार देखने को मिला और कई मरीजों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई। यह दवा पाउडर के रूप में उपलब्ध होगी जिसे पानी में घोलकर लिया जा सकेगा।
The drug has been developed by DRDO lab Institute of Nuclear Medicine & Allied Sciences in collaboration with Dr Reddy’s Laboratories. Clinical trial have shown that this molecule helps in faster recovery of hospitalized patients & reduces supplemental oxygen dependence: DRDO
— ANI (@ANI) May 8, 2021
महामारी की शुरुआत में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Covid-19 संक्रमण का इलाज खोजने के लिए वैज्ञानिक समुदाय का आह्वान किया था। उसके बाद डीआरडीओ ने अप्रैल 2020 में इस एंटी कोविड ड्रग 2-DG को लेकर प्रयोग शुरू किया था। प्रयोग में यह देखा गया कि 2-DG के मॉलेक्यूल कोरोना वायरस और उसकी वृद्धि के खिलाफ प्रभावी हैं। इन परिणामों को देखते हुए इस दवा के Covid-19 संक्रमित मरीजों पर दूसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल को मई 2020 में मंजूरी दी गई थी।
डीआरडीओ ने डॉ. रेड्डी के साथ मिलकर एंटी कोविड ड्रग 2-DG का क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया। इस दवा का दूसरे फेज का क्लीनिकल ट्रायल देश के 11 अस्पतालों में हुआ। दूसरे फेज के ट्रायल के सफल परिणाम के बाद 2-DG के तीसरे फेज के ट्रायल को नवंबर 2020 में अनुमति दी गई।
The drug comes in powder form in sachet, which is taken orally by dissolving it in water. It accumulates in the virus-infected cells and prevents virus growth by stopping viral synthesis and energy production: DRDO
— ANI (@ANI) May 8, 2021
डीआरडीओ के एंटी कोविड ड्रग 2-DG का तीसरे फेज का ट्रायल दिसंबर 2020 से मार्च 2021 के मध्य देश के 27 कोविड अस्पतालों में हुआ। तीसरे फेज के ट्रायल के संतोषजनक परिणाम मिलने के बाद डीआरडीओ के इस एंटी कोविड ड्रग के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई। डीआरडीओ ने दावा किया है कि यह दवा आसानी से उत्पादित की जा सकती है जिससे देश में इसकी उपलब्धता रहेगी।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आँकड़ों अनुसार पिछले 24 घंटों में देश में 4,01,078 संक्रमण के नए मामले देखने को मिले। इसके अलावा इसी अवधि में देश में 4,187 मौतें हुईं। फिलहाल देश में सक्रिय मरीजों की सँख्या 37,23,446 है।