पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय पायलट को लौटाने की घोषणा की है। इमरान खान ने यह बात पाकिस्तानी संसद में कही और कहा कि ये उनकी तरफ से शांति के लिए एक पहल की तरह देखा जाए। मीडिया की ख़बरों के अनुसार भारतीय पायलट को शुक्रवार को भारत को सुपुर्द किया जाएगा। ज्ञात हो कि बुधवार को पाकिस्तानी फ़ाइटर का पीछा करते हुए भारतीय मिग ने उसे गिरा दिया था, लेकिन पाकिस्तानी सीमा में पहुँचने के कारण उनके विमान को भी क्षति पहुँची और उन्हें पाकिस्तान ने पकड़ लिया।
Pakistan Prime Minister Imran Khan: As a peace gesture we are releasing Wing Commander Abhinandan tomorrow. pic.twitter.com/J0Attb6KDC
— ANI (@ANI) February 28, 2019
इससे पहले भारतीय रक्षा मंत्रालय ने यह साफ़ कर दिया था कि पाकिस्तान के मिलिट्री ठिकानों पर घुसपैठ के बदले उसने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय पायलट से बुरे व्यवहार को लेकर मंत्रालय ने पाकिस्तान पर जेनेवा कन्वेंशन के उल्लंघन का भी आरोप लगाया। इन सबसे पाकिस्तान बैकफुट पर नज़र आ रहा है क्योंकि भारतीय पायलट की रिहाई को लेकर मोलभाव के उसके दिवास्वप्न को तगड़ा झटका लगा है। भारत ने साफ़ कर दिया था कि वह अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार तत्काल प्रभाव से अपने पायलट की रिहाई चाहता है और वह भी बिना किसी शर्त के।
इस बार पाकिस्तान के साथ कोई सौदा नहीं होगा, हम आतंक पर तत्काल और विश्वसनीय कार्रवाई करना चाहते हैं: शीर्ष सरकारी सूत्र#BREAKING
— दूरदर्शन न्यूज़ (@DDNewsHindi) February 28, 2019
मोदी सरकार के कूटनीतिक दबाव और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चौतरफा घिरे पाकिस्तान के लिए और कोई चारा बचा भी नहीं था। जेनेवा कंवेंशन के उल्लंघन का मतलब था पाकिस्तान का अलग-थलग पड़ जाना। अपनी आर्थिक स्थिति को देखते हुए पाकिस्तान इतना बड़ा खतरा मोल लेने को शायद ही कभी तैयार था। इन सब के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में US, UK और फ्रांस के द्वारा जैश-ए-मुहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को ब्लैक-लिस्ट करने का प्रस्ताव भी पाकिस्तान के लिए एक कड़ा संकेत था।
आपको बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा आत्मघाती हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान को चौतरफा घेरा था। क्योंकि इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मुहम्मद ने ली थी। और जैश के आतंक का पूरा केंद्र ही पाकिस्तान स्थित है।
इन सब के बीच भारतीय खुफिया एजेंसियों को जैश के द्वारा भारत पर एक और हमले की पुख्ता जानकारी मिली थी। इसी जानकारी के आधार पर भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी की रात को पाकिस्तान में घुस कर बालाकोट स्थित जैश के प्रमुख अड्डे को निशाना बनाया और करीब 300 आतंकियों का खात्मा किया था। इसके विपरीत 27 फरवरी को पाकिस्तानी एयर फोर्स ने भारतीय सीमा में घुसपैठ कर सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। भारतीय एयर फोर्स ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान का एक F-16 विमान मार गिराया। इस लड़ाई में IAF का भी एक मिग-21 दुश्मन का निशाना बना और उसके पायलट पाकिस्तान के कब्जे में हैं, जिन्हें छोड़ने की बात इमरान खान ने पाकिस्तानी संसद में की।