राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) ने तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर में पाँच जगहों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान लैपटॉप, मोबाइल फोन, सिम कार्ड और पेन ड्राइव ज़ब्त किया गया है। खबर लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी। NIA ने बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन (JMB) के आतंकवादी नज़ीर शेख को भी गिरफ्तार किया है।
Tamil Nadu: National Investigation Agency (NIA) raids underway at 5 locations in Coimbatore. Laptops, mobile phones, SIM cards, & pen-drives seized. pic.twitter.com/m2GPZFNszK
— ANI (@ANI) August 29, 2019
NIA ने 26 अगस्त को अगरतला से JMB के प्रमुख संचालक नज़ीर शेख को गिरफ़्तार किया है। आतंकी को 7 जुलाई को बेंगलुरु के एक घर से विस्फोटकों की बरामदगी के सिलसिले में गिरफ़्तार किया गया है।
National Investigating Agency (NIA) arrested Md. Najir Sheikh, a key operative of Jamaat-ul-Mujahideen Bangladesh (JMB) from Agartala on Aug 26 in connection with recovery of explosives from a house in Bengaluru on July 7.
— ANI (@ANI) August 28, 2019
ख़बर के अनुसार, पिछले दिनों NIA ने इस्लामिक स्टेट के मॉड्यूल्स की तलाश में कोयंबटूर शहर में सात जगहों पर छापा मारा था और आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) के सरगना को हिरासत में लिया था। इस IS मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद अजहरुद्दीन श्रीलंका में ईस्टर को हुए बम धमाका करने वाले जहरान हाशिम से बहुत प्रभावित था। NIA ने इस संबंध में एक नया मामला दर्ज किया था।
आतंकी संगठन ISIS के एक मॉड्यूल का सरगना मोहम्मद अजहरुद्दीन आरोपित जहरान हाशिम के साथ फेसबुक के ज़रिए लगातार सम्पर्क में था। दोनों के बीच बातचीत होती रहती थी, इसी सिलसिले में NIA ने छापेमारी की थी और मोहम्मद अजहरुद्दीन को उसके घर से गिरफ़्तार किया था।
हाल ही में, कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (STF) की टीम ने बिहार के गया शहर से आतंकी संगठन JMB के कुख्यात आतंकी एजाज़ अहमद को गिरफ़्तार किया था। पुलिस ने उसके पास से भारी मात्रा में जिहादी दस्तावेज़ बरामद किए थे। अहमद लम्बे समय से बिहार के गया में वेश और नाम बदलकर रह रहा था। STF के सूत्रों ने इस बात का भी ख़ुलासा किया था कि वो किसी बड़े हमले की साजिश रच रहा था।
पश्चिम बंगाल के बीरभूम ज़िले के पारुई इलाक़े का निवासी एजाज़ अहमद आतंकी संगठन JMB के आला नेताओं के साथ मिलकर काम कर रहा था। उसका मुख्य कार्य इस आतंकी संगठन से युवाओं को जोड़ना था।