आज सुबह की शुरुआत भारतीय वायु सेना के मिराज-2000 द्वारा पुलवामा आतंकी हमले में बलिदान सैनिकों की मौत का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के अंदर घुसकर कई आतंकवादी शिविरों को नष्ट कर देने के साथ हुई। भारतीय वायु सेना ने आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद द्वारा संचालित आतंकी शिविरों को नष्ट करने के लिए एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। यह बताया गया था कि वायुसेना के जेट विमानों ने बालाकोट (पाकिस्तान), मुजफ्फराबाद (पीओके) और चाकोटी (पीओके) में आतंकी शिविरों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। आज की सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय वायुसेना के जेट विमानों और अन्य सैन्य जेट विमानों का बेड़ा शामिल था।
फ़िलहाल, यह रिपोर्ट अब पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमलों के दावों की पुष्टि कर रही है। बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बालाकोट के निवासियों में से एक ने सुबह लगभग 3 बजे हुए हमले की पुष्टि की है।
“मैंने सुबह 3 बजे के आसपास विस्फोटों की आवाज़ सुनी, ऊपर उड़ रहे जेट विमानों के शोर के बीच एक साथ 4-5 बड़े विस्फोट हुए थे। हालाँकि, 10 मिनट के बाद वे चले गए थे।” बालाकोट के निवासियों में से एक ने यह भी कहा कि बाद में जब वे उन जगहों में से एक में गए जहाँ बम गिराया गया था, 4-5 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं थी और कुछ लोग भी घायल हुए हैं।
First confirmation from Pakistan of Strike by Indian Air Force. BBC Urdu video from Jaba Post, Balakot, KPK where a local says that there were 5 big blasts after 3am at night followed by Jets leaving within 10 minutes. Many casualties and several injured. How can Pakistan deny? pic.twitter.com/izac7IGFsR
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) February 26, 2019
हालाँकि, पाकिस्तान सशस्त्र बल के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने सर्जिकल स्ट्राइक से हुए नुकसान को कम कर दर्शाने की कोशिश की। गफूर ने दावा किया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के भीतर मुजफ्फराबाद सेक्टर में LOC के पार भारतीय विमानों की घुसपैठ हुई है। उन्होंने अपने देश की रक्षा विफलता को यह कहते हुए छिपाने की कोशिश की कि IAF मिराज-2000 द्वारा गिराए गए ’पेलोड’ खुले क्षेत्र में गिर गए थे, उससे पाकिस्तान के बुनियादी ढाँचे को कोई नुकसान नहीं हुआ, न ही कोई हताहत हुआ। यह प्रतिक्रिया सर्जिकल स्ट्राइक-1 के बाद की पाकिस्तान की प्रतिक्रिया से बहुत अलग नहीं है।
Indian aircrafts’ intrusion across LOC in Muzafarabad Sector within AJ&K was 3-4 miles.Under forced hasty withdrawal aircrafts released payload which had free fall in open area. No infrastructure got hit, no casualties. Technical details and other important information to follow.
— Maj Gen Asif Ghafoor (@OfficialDGISPR) February 26, 2019
लेकिन, खैबर पख्तूनख़्वा के बालाकोट के निवासियों द्वारा किए गए खुलासे ने पाकिस्तान में एक और सर्जिकल स्ट्राइक की पुष्टि कर दी, साथ ही पाकिस्तान सशस्त्र बल के प्रवक्ता द्वारा शुरू की गई लीपापोती को ध्वस्त भी। स्थानीय लोगों की ओर से की गई पुष्टि का यह भी मतलब है कि भारतीय वायु सेना ने दशकों में पहली बार अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान के अंदर घूसकर आतंकी ठिकानों पर इतना घातक हमला किया है।
बालाकोट में नष्ट किया गया आतंकी शिविर जैश-ए-मुहम्मद का एक अल्फा-3 आतंकी शिविर था। इस आतंकी शिविर की देखरेख जैश-ए-मुहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई मौलाना यूसुफ अजहर कर रहा था। इस सर्जिकल स्ट्राइक में अभी तक की सूचना के अनुसार, मौलाना यूसुफ़ अज़हर के साथ, उसके ख़ास कमांडरों सहित क़रीब 300 आतंकियों के मारे जाने की ख़बर है।