राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता कुंभ यातायात व्यवस्था में पुलिस के सहयोग के लिए कुंभ क्षेत्र के 45 से अधिक पॉइंट पर सेवा कार्य कर रहे हैं। संघ कार्यकर्ताओं का सेवा के प्रति ये जुनून देख समाज में संघ के प्रति जहाँ सम्मान बढ़ रहा है, वहीं स्वयंसेवकों की निष्ठा, अनुशासन व कर्तव्य को देख समाज को प्रेरणा भी मिल रही है।
हरिद्वार में संघ के प्रमुख प्रचारक सुनील का कहना है कि उन्होंने कुंभ क्षेत्र में 55 केन्द्र बनाए हैं, जहाँ उनके 1500 स्वयंसेवक कुंभ की व्यवस्था बनाने में नि:स्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस काम में कुंभ मेला पुलिस प्रशासन ने उन्हें एसपीओ नाम देकर कुंभ में व्यवस्थाओं को लेकर कार्य करने को कहा है। हर चौराहे पर इनके 6 स्वयं सेवक पुलिस के चार जवानों के साथ तैनात रहते हैं।
उत्तराखंड के सीमांतवर्ती जनपद पिथौरागढ़ से लेकर चमोली टिहरी, पौड़ी मुनस्यारी तक के स्वयंसेवक कुंभ मेले में सेवा कार्य कर रहे हैं। 1100 स्वयंसेवक हरिद्वार महाकुंभ में सेवा में दे रहे हैं। कुंभ में कुमाऊँ के 300 स्वयंसेवक भी शामिल हैं। कई मोर्चों पर तो पुलिस व अर्धसैनिक बलों से भी पहले संघ के स्वयंसेवक व्यवस्था सँभाल रहे हैं। स्वयंसेवक सुबह कैंप से नास्ता करने के बाद दिन की रोटियाँ साथ बाँधकर ले जाते हैं और फिर पूरी मुस्तैदी से पुलिस के सहयोग में जुट जाते हैं।
आरएसएस के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पदम सिंह ने कहा कि जो लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विषय में कहते हैं कि संघ क्या करता है वह इन दिनों महाकुंभ में लगे स्वयंसेवकों को देख कर जान सकता है। उन्होंने कहा कि संघ व्यक्ति निर्माण करता है, जो अपना सर्वस्व देश, समाज, धर्म के प्रति समर्पित करते हैं।
आरएसएस के क्षेत्र शारीरिक शिक्षण प्रमुख नरेश कुमार ने बताया कि पूरे कुंभ क्षेत्र में 1500 से अधिक स्वयंसेवक यातायात व्यवस्था में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि हरिद्वार शहर के अतिरिक्त लक्सर, रुड़की, भगवानपुर, ऋषिकेश आदि कुंभ क्षेत्र में भी स्वयंसेवक पुलिस के साथ यातायात व्यवस्था सँभालने में सहयोग कर रहे हैं। संघ के प्रांत शारीरिक शिक्षण प्रमुख सुनील तिवारी ने बताया कि कार्यकर्ताओं को खाने, रहने. ड्यूटी पॉइंट तक आनेजाने सहित सभी प्रकार की चिंता संघ के स्थानीय कार्यकर्ता कर रहे हैं।