Wednesday, November 6, 2024
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पहलवानों के साथ 1983 की वर्ल्ड चैंपियन टीम, टिकैत का अल्टीमेटम- 9 जून तक गिरफ्तारी नहीं तो जाएँगे जंतर-मंतर: बृजभूषण सिंह ने अयोध्या रैली स्थगित की

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, "केंद्र सरकार के पास 9 जून तक का समय है। हम बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी से कम पर कोई समझौता नहीं करेंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम 9 जून को जंतर-मंतर जाएँगे और देश भर में पंचायत करेंगे। पहलवानों पर लगे मुकदमे वापस हों और बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी हो।"

कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) की गिरफ्तारी की माँग कर रहे पहलवानों को साल 1983 की विश्व कप विजेता टीम का समर्थन मिला है। पूर्व क्रिकेटरों ने संयुक्त बयान जारी कहा है कि पहलवानों के साथ हुए दुर्व्यवहार से वे चिंतित है। उन्होंने पहलवानों से अपने मेडल नदी में नहीं बहाने की भी अपील की। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह ने अयोध्या में होने वाली अपनी रैली रद्द कर दी है।

पूर्व क्रिकेटर कपिल देव की अगुवाई वाली साल 1983 की विश्व कप विजेता क्रिकेट टीम ने पहलवानों के समर्थन में बयान जारी किया है। टीम ने बयान में कहा, “हम अपने चैम्पियन पहलवानों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के दृश्यों से परेशान हैं। हम इस बात से भी काफी चिंतित हैं कि पहलवान अपनी मेहनत से कमाए हुए मेडलों को भी गंगा नदी में बहाने के बारे में सोच रहे हैं।”

बयान में आगे कहा गया है, “ये मेडल उन्होंने अपनी सालों की मेहनत, त्याग, दृढ़ संकल्प और संघर्ष के बाद जीते हैं। मेडल केवल उनके अकेले नहीं हैं, बल्कि देश का गौरव भी है। हम पहलवानों से आग्रह करते हैं कि वे इस मामले में जल्दबाजी ना करें। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि उनकी शिकायतों को सुना जाएगा और जल्द से जल्द हल निकाला जाएगा। देश के कानून को काम करने दें।”

इस टीम के सदस्य मदन लाल ने ANI से हुई बातचीत में कहा, “पहलवानों के पदक बहाने की बात सुनने के बाद दिल टूट गया है। पदक हासिल करना आसान नहीं है। इसलिए हम उनके पदक को नदी में बहाने के पक्ष में नहीं हैं। हम सरकार से इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने की अपील करते हैं।”

बता दें कि साल 1983 का क्रिकेट विश्व कप जीतने वाली टीम के कप्तान कपिल देव थे। वहीं, टीम के अन्य सदस्य सुनील गावस्कर, मोहिंदर अमरनाथ, के श्रीकांत, सैयद किरमानी, यशपाल शर्मा, मदन लाल, बलविंदर सिंह संधू, संदीप पाटिल, कीर्ति आजाद, रोजर बिन्नी और रवि शास्त्री थे।

ज्ञात हो कि पहलवान 30 मई 2023 को अपना मेडल गंगा नदी में बहाने उत्तराखंड के हरिद्वार पहुँचे थे। हालाँकि, किसान नेताओं ने वहाँ पहुँचकर उन्हें समझाया। इसके बाद पहलवानों ने अपने मेडल को BKU नेता नरेश टिकैत को सौंप दिए और वापस आ गए।

स्थगित हुई बृज भूषण शरण सिंह की रैली…

पहलवानों के निशाने पर आए भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार (5 जून 2023) को अयोध्या में ‘जन चेतना महारैली’ का आयोजन किया था। इसमें अयोध्या और देश के संत बड़ी संख्या में भाग लेने वाले थे। इस कार्यक्रम को अब स्थगित कर दिया गया है।

यूपी के कैसरगंज से लोकसभा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि पुलिस उन पर लगे आरोपों की जाँच कर रही है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जो निर्देश दिए हैं, उनका सम्मान करते हुए उन्होंने यह रैली स्थगित कर दी है।

बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, मैंने रैली स्थगित कर दी है। इसे आप सुरक्षा कारणों से कह सकते हैं।” हालाँकि, यह बात भी सामने आ रही है कि 5 जून को पर्यावरण दिवस के होने चलते कार्यक्रम स्थल पर कई कार्यक्रम होने हैं। ऐसे में प्रशासन ने बृजभूषण शरण सिंह को रैली करने की अनुमति नहीं दी।

उधर, पहलवानों के पक्ष में खड़े खाप पंचायतों ने 9 जून 2023 को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना देने की घोषणा की है। खाप नेताओं ने कहा, “अगर हमें 9 जून को जंतर मंतर पर बैठने की अनुमति नहीं दी गई तो आंदोलन की घोषणा की जाएगी।”

वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “केंद्र सरकार के पास 9 जून तक का समय है। हम बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी से कम पर कोई समझौता नहीं करेंगे। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम 9 जून को जंतर-मंतर जाएँगे और देश भर में पंचायत करेंगे। पहलवानों पर लगे मुकदमे वापस हों और बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी हो।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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