उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रविवार (28 जुलाई 2024) को ईसाई में धर्मान्तरण की कोशिश का मामला सामने आया है। यहाँ बिना अनुमति के एक प्रार्थना सभा चल रही थी। आरोप है कि यहाँ हिंदुओं का सामूहिक धर्मांतरण की कोशिश की जा रही है। हिन्दू संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने मौके पर पहुँचकर 7 लोगों को हिरासत में लिया है। इन लोगों के पास से ईसाई साहित्य बरामद हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला अयोध्या के कोतवाली क्षेत्र का है। यहाँ के दर्शननगर बाजार में साईं का पुरवा नाम से एक गाँव है। रविवार को इस गाँव में उदय राज नाम के व्यक्ति के घर कुछ लोगों का जमावड़ा लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि इन्हें प्रार्थना के नाम पर जमा किया गया था। इसी दौरान वहाँ विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ता पहुँच गए।
प्रार्थना सभा के दौरान धर्म परिवर्तन का आरोप प्रार्थना सभा में बांटी जा रही थी बाइबल
— शिवलाल पटेल उदयपुर 🚩🇮🇳ⓀⓇⓉ (@shivlalpatel18) July 28, 2024
साथ ही ईसाई धर्म के बताए जा रहे थे फायदे
अयोध्या कोतवाली पुलिस पहुंची मौके पर अयोध्या में मत्तांतरण की सूचना पर योगी जी की पुलिस सक्रिय भूमिका मे साथ मे विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता भी मौजूद… pic.twitter.com/2rrnXM5Ib0
वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना सभा की आड़ में ईसाई धर्मान्तरण का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इसके बाद उदयराज के घर प्रार्थना सभा में पहुँचे दूसरे पक्ष के लोगों ने हिन्दू संगठन के सदस्यों का विरोध शुरू कर किया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस फ़ौरन मौके पर पहुँची। वहाँ पुलिस दोनों पक्षों को लेकर थाने आ गई और उनसे पूछताछ शुरू कर दी।
पड़ताल में पुलिस को बाइबिल सहित अन्य ईसाई साहित्य मिले, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। अब तक कुल 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्रार्थना सभा में मौजूद लोगों के बाइबिल पढ़ते हुए वीडियो भी बनाए हैं। इनमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं। VHP सदस्यों ने हिरासत में लिए गए आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है।
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री लालजी शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उदय राज पिछले 5 साल से इस तरह के काम में शामिल है। वह सेवा बस्तियों में जाकर दलितों को ईसाई बना रहा था। शर्मा ने कहा है कि उनका संगठन लम्बे समय से उदय राज पर नजर रखे हुए था। घटना के समय उदय राज के घर में 200 लोगों की मौजूदगी बताई जा रही है।
प्रार्थना सभा में मौजूद एक महिला ने बताया कि उनको काफी दुःख सहना पड़ा था, जिसकी वजह से वो परमेश्वर यीशु मसीह की प्रार्थना कर रही थी। इसी दौरान वहाँ हिन्दू संगठन के सदस्यों ने आकर हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि ये लोगों को पैसे आदि का लालच देकर लोगों को ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराते थे।