एक बेटा एक्साइज ऑफिसर। दूसरा बेटा नेता। नेता छोटा-मोटा नहीं, विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है TMC के टिकट पर। और इन दोनों बेटों की एक माँ! माँ जो अब इस दुनिया में नहीं रहीं। लेकिन कहानी तब की है, जब माँ मनजीत कौर जिंदा थीं लेकिन सड़क किनारे पड़ी हुईं… आधे शरीर पर कपड़े नहीं और सिर में चल रहे थे कीड़े!
जी हाँ, यह कहानी अभी की ही है। अगस्त 2020 के पंजाब की। ‘लायक’ बेटों की यह कहानी लोगों तक पहुँचती नहीं अगर 80 साल की वृद्ध मनजीत कौर 14 अगस्त को बदहाल अवस्था में स्थानीय लोगों को पंजाब के मुक्तसर शहर में नहीं मिलतीं। भला हो उन लोगों का जिन्होंने मनजीत कौर की जानकारी एक NGO को दी और बात फिर पुलिस-प्रशासन तक पहुँची।
मनजीत कौर को इलाज के लिए गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ। तब तक खबर सोशल मीडिया में वायरल भी हो गई। लोगों को पता चल चुका था कि इस वृद्ध माँ के ‘लायक’ बेटे कौन हैं। समाज में अपनी ‘प्रतिष्ठा’ को बचाए रखने के लिए बेटा बलविंदर सिंह (एक्साइज ऑफिसर) और बेटा राजेंद्र सिंह राजा (राजनेता) हॉस्पिटल आए। माँ को डिस्चार्ज करा कर घर (जो शायद मनजीत कौर के लिए मकान हो) ले गए।
रविवार यानी 16 अगस्त की रात को मनजीत कौर चल बसीं। ‘लायक’ बेटों को फिर से सामाजिक प्रतिष्ठा में बट्टा लगने का डर सताने लगा। सोमवार की सुबह चुपके से और जल्दी-जल्दी में उन्होंने अपनी माँ का अंतिम संस्कार कर डाला।
इस पूरे मामले को लेकर इलाके में बहुत सवाल उठे। लोगों ने पूछा कि आखिर ‘लायक’ बेटों ने अपनी बूढ़ी माँ को ऐसे हाल में कैसे छोड़ दिया। लोगों ने सवाल किया कि माता-पिता अपने पूरे जीवन की सारी कमाई खर्च करके बच्चों को पढ़ाते हैं ताकि उनका बेटा बुढ़ापे में उनका सहारा बने। लेकिन इन ‘लायक’ बेटों ने तो अपनी माँ को उसके अंतिम दिनों में उसको सड़क पर ही छोड़ दिया।
यहाँ ये भी बता दें कि 80 साल की मनजीत कौर के केवल बेटे ही समाज में रसूख नहीं रखते। बल्कि उनकी पोती भी पुलिस विभाग में एक क्लास वन ऑफिसर है। पोती का दबदबा होने के चलते इस मामले में पुलिस भी कुछ प्रतिक्रिया देने को तैयार नहीं है। और, न ही इस मामले में कोई केस दर्ज हो रहा है। परिवार के सदस्य तो पहले ही लोगों के सवालों से बच रहे हैं। मगर, जिनके मन में ‘काबिल’ बेटों को लेकर सैंकड़ो सवाल उठ रहे हैं वो लोग भी रसूखदार परिवार के खि़लाफ़ कुछ नहीं बोल पा रहे।
बलविंदर सिंह ने तो मीडिया के आरोपों को बिलकुल खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी माँ को एक जानकार के साथ छोड़ा था। और, उनकी देख-रेख के लिए वह उसे पैसे भी दे रहे थे। मनजीत कौर के छोटे बेटे का कहना है कि उनकी बीवी डेढ साल से बिस्तर पर है। इसलिए उन्होंने माँ को उस जानकार के पास छोड़ा। वह उनसे अक्सर मिलने भी जाते थे। हाल में वह उनसे 4 दिन पहले मिले थे।