Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाज54 बच्चों की जगह, रखे गए 100 नवजात… 24 घंटे में 9 की मौत:...

54 बच्चों की जगह, रखे गए 100 नवजात… 24 घंटे में 9 की मौत: पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में मातम

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में 24 घंटों में 9 नवजात बच्चों और एक 2 साल के बच्चे की मौत होने से हल्ला मच गया। परिजनों का जहाँ पूरे दिन रो रोकर बुरा हाल रहा। वहीं मेडिकल कॉलेज के प्रशासन ने इस संबंध में जाँच समिति गठित की।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में 24 घंटों में 9 नवजात बच्चों और एक 2 साल के बच्चे की मौत होने से हल्ला मच गया। परिजनों का जहाँ पूरे दिन रो रोकर बुरा हाल रहा। वहीं मेडिकल कॉलेज के प्रशासन ने इस संबंध में जाँच समिति गठित की। ये घटना मेडिकल कॉलेज के SNCU वार्ड की है।

टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि इस वार्ड में 54 बच्चों को रखने की क्षमता थी, लेकिन इसमें 100 बच्चों को एडमिट किया गया था। इसकी वजह से संभावना है कि शायद बच्चों में इंफेक्शन फैल गया।

सूत्रों के जरिए यह भी रिपोर्ट्स में बताया गया कि वार्ड के जिन बच्चों ने दम तोड़ा उनमें से तीन बच्चे ही अस्पताल में पैदा हुए थे जबकि बाकी रेफर होकर गंभीर अवस्था में हॉस्पिटल लाए गए थे। वहीं 2 साल के बच्चे के लिए बताया गया कि न्यूरॉजिकल समस्या के कारण इलाज अस्पताल में पहले से ही चल रहा था। कहा जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट भेज दी है।

मेडिकल कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल और मेडिकल सुप्रीटेंडेंट ने इन मौतों की पुष्टि की। उन्होंने कहा, “हमारी जानकारी के अनुसार, ये सत्य है कि अस्पताल में 9 बच्चों ने अपनी जान गवाई। हमने प्रारंभिक जाँच के लिए कमेटी गठित की है। हमें जो प्राथमिक रिपोर्ट मिली है उसके आधार पर मैं आपको बताता हूँ कि ज्यादातर बच्चे कुपोषित थे। एक बच्चे को गंभीर दिल की बीमारी थी जिसे इलाज देने के लिए हमारे पास न समय था न संसाधन।”

उन्होंने बताया, “एक अन्य समस्या जो अस्पताल को देखनी पड़ रही है वो ये कि जांगीपुर के अस्पताल में रेनोवेशन हो रहा है तो वहाँ के सारे केस यहाँ आते हैं। हम अपना उत्कृष्ट देने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन बच्चों में ज्यादातर कुपोषित होते हैं या फिर अंडरवेट। इसलिए बड़ा मुश्किल होता है ऐसे बच्चों को बचा पाना। हम मजबूर हैं एक बेड पर एकसे ज्यादा मरीज रखने पर।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार के दौरान नवनीत राणा पर हमला, बोलीं BJP नेत्री- अल्लाहू अकबर के नारे लगा किए गंदे इशारे: आमिर ने दी...

पूर्व सांसद एवं भाजपा नेता नवनीत राणा की रैली में उन पर हमला कर दिया गया। उन्हें गंदे इशारे किए गए और 'अल्लाह हू अकबर' के नारे लगाए गए।

सरगना मुस्लिम डॉक्टर, मंसूबा भारत में इस्लामी हुकूमत लाने का… दिल्ली पुलिस का कोर्ट में खुलासा- मोदी सरकार की योजना से मिले पैसों का...

पुलिस ने कोर्ट को बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना के माध्यम से जिहाद के लिए धन इकट्ठा करने की योजना पर ये ग्रुप काम कर रहा था

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -