Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजमुझे छोड़ दो, मैं तेरी दादी की उम्र की: 90 साल की वृद्धा ने...

मुझे छोड़ दो, मैं तेरी दादी की उम्र की: 90 साल की वृद्धा ने बलात्कारी से लगाई गुहार… लेकिन वो नहीं सुना

"अम्मा उस 33 साल के दरिंदे से भीख माँगती रही कि उनको छोड़ दे! वो उसके दादी की उमर की हैं। पर हवस के नशे में डूबे हुए उस जानवर ने रेप कर सब हद पार कर दी! कैसा समाज है हमारा? इंसानियत मर गई है, जिसके लिए 6 महीने की बेटी और 90 साल की महिला - दोनों ही सिर्फ़ एक वस्तु है। शर्मनाक!"

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। इस बार बलात्कार किसी बच्ची या युवती का नहीं बल्कि 90 साल की एक वृद्धा का हुआ है। दिल्ली के नजफगढ़ के छावला इलाके में यह घटना घटी है। बुजुर्ग महिला की शिकायत पर अब मामले की जाँच भी शुरू हो गई है। साथ ही आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के नजफगढ़ में एक 37 वर्षीय व्यक्ति (कुछ रिपोर्ट्स में उम्र 33 साल) ने रेवला खानपुर गाँव में 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला के साथ बलात्कार किया। आरोपित की पहचान सोनू के रूप में हुई है। वृद्धा के शरीर पर चोट के काफी गंभीर निशान भी मिले हैं। इनसे पता चलता है कि आरोपित ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने के लिए वृद्धा की पिटाई भी की।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला रेवला खानपुर गाँव की रहने वाली है। यहाँ वह अपने परिवार के साथ रहती है। सोमवार शाम पीड़ित बुजुर्ग महिला अपने घर के बाहर बैठी हुई थी और दूध वाले का इंतजार कर रही थी। तभी, आरोपित सोनू वहाँ पहुँचा और उसने बुजुर्ग महिला से कहा कि आज दूध वाला घर नहीं आएगा, उसे दूध लेने के लिए जाना पड़ेगा।

आरोपित ने बुजुर्ग महिला से कहा कि वह उन्हें दूध वाले के पास लेकर चलता है। इसके बाद वह उनको रेवला खानपुर फार्म ले गया और वहाँ उनके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। इस दौरान बुजुर्ग महिला ने आरोपित का विरोध किया तो उसने उनकी जमकर पिटाई की। जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गईं।

जब आसपास से गुजरते लोगों ने महिला की आवाजें सुनीं तो सब फार्म की ओर आए। उन्होंने देखा कि सोनू बुजुर्ग महिला की पिटाई कर रहा था। इसके बाद उन्होंने आरोपित को पकड़ा और पुलिस को सारी जानकारी दी। थोड़ी देर में पीड़िता के घरवालों को भी सूचित किया गया और पीड़ित महिला को अस्पताल में भर्ती करवाकर उनका इलाज शुरू हुआ। वहीं, बयान के आधार पर पुलिस ने इस केस को आईपीसी की धारा 376 और 363 के तहत दर्ज किया।

बता दें, दिल्ली में महिला आयोग अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले पर संज्ञान लिया है। उनका कहना है कि जब उन्होंने महिला से मुलाकात की तो उनके आँखों में आँसू थे और वह सिर्फ़ आरोपित को फाँसी पर लटकाने की बातें कर रही थीं। मालीवाल ने बताया कि महिला ने यह भी कहा कि वह लगातार आरोपित से कह रही थीं कि वह उन्हें छोड़े दे। वो उसकी दादी की उम्र की हैं। मगर बलात्कार करने वाले को कोई दया नहीं आई।

स्वाति मालीवाल अपने ट्विटर पर लिखती हैं, “दिल्ली की 90 वर्षीय महिला को घर से दरिंदा जबरदस्ती उठाकर ले गया और बुरी तरह रेप किया। अम्मा को बहुत चोटें आई हैं। उनसे मिली तो रूह काँप गई। बहुत रो रही थीं और बोली इस दरिंदे को फाँसी दिलाओ! हैवानियत की हद है! 6 महीने की बच्ची हो या 90 वर्ष की महिला, कोई सुरक्षित नही!”

अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, “अम्मा उस 33 साल के दरिंदे से भीख माँगती रही कि उनको छोड़ दे! वो उसके दादी की उमर की हैं। पर हवस के नशे में डूबे हुए उस जानवर ने रेप कर सब हद पार कर दी! कैसा समाज है हमारा? इंसानियत मर गई है, जिसके लिए 6 महीने की बेटी और 90 साल की महिला – दोनों ही सिर्फ़ एक वस्तु है। शर्मनाक!”

यहाँ बता दें कि दिल्ली महिला आयोग अध्यक्ष ने इस मामले में आश्वासन दिया है कि वह महिला को न्याय दिलवाएँगी। उन्होंने कहा, “यह केस फास्ट ट्रैक में चलना चाहिए और 6 महीने के अंदर उन्हें इंसाफ मिलना चाहिए।”

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

थीसिस पेश करने से लेकर, डिग्री पूरी होने तक… जानें जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ होता है कैसा बर्ताव, सामने आई रिपोर्ट

'कॉल फॉर जस्टिस' की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट से पता चलता है कि जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ न केवल भेदभाव हुआ बल्कि उन्हें धर्मांतरण के लिए उकसाया भी गया।

बांग्लादेश में संविधान का ‘खतना’: सेक्युलर, समाजवादी जैसे शब्द हटाओ, मुजीब से राष्ट्रपिता का दर्जा भी छीनो – सबसे बड़े सरकारी वकील ने दिया...

युनुस सरकार बांग्लादेश के संविधान से 'सेक्युलर' शब्द निकालने की तैयारी कर रही है। इसे इस्लामीकरण की दिशा में एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -