उत्तर प्रदेश के एटा जिले में पुलिस ने एक नाबालिग के अपहरण और बाद में उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के आरोप में 3 पशु चोरों को गिरफ्तार किया है। तीनों आरोपितों की पहचान आरिफ खान, इसरार और कलुआ के रूप में हुई। तीनों के ख़िलाफ़ पुलिस ने आईपीसी धारा 376 (डी) (सामूहिक दुष्कर्म), धारा 363 (अपहरण के लिए दंड) और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपितों ने बच्ची का अपहरण 25 अगस्त को उसके घर के बाहर से किया था। बच्ची उस समय अपनी बहन के साथ घर के खुले क्षेत्र में सो रही थी जो सड़क के सामने था। अपहरण करने के बाद ये तीनों उसे खेत में लेकर गए और फिर बच्ची के साथ बलात्कार किया।
एटा जिले के एसपी सुनील कुमार सिंह के मुताबिक, “शुरू में इन तीनों का मकसद बच्ची के घर की भैंस चुराना था, जिसके लिए वह पहले भी वहाँ जाकर मुआयना कर चुके थे, लेकिन जब ये भैंसों को चुराने पहुँचे तो इन्हें वहाँ भैंसे नहीं मिली क्योंकि वो बच्ची के चाचा के खलिहान में बँधी थीं। गुस्से में इन तीनों ने बच्ची को चारपाई से उठाया और नजदीक के खेत में ले जाकर उसका बलात्कार किया।”
पुलिस के मुताबिक घरवालों को बच्ची के साथ हुई घटना के बारे में उस समय पता चला जब वह खून से लथपथ वापस घर लौटी। घरवालों ने लड़की के गुप्तांगों से खून बहता देखकर तुरंत उसे पास के सामुदायिक स्वास्थ्य सेंटर में भर्ती करवाया और साथ ही पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की। इसी बीच बच्ची को उसके इलाज के लिए अलीगढ़ भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि अब तक उन्हें अपनी जाँच में एक खून से सना कंबल और एक रस्सी बरामद हुई है, जिसे पशु चोर भैंस चुराने के लिए अपने साथ लाए थे। अब आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आगे की जाँच में इनके वीर्य की फॉरेंसिक जाँच कराएगी ताकि आरोपों की पुष्टि हो सके।
वैसे बता दें कि गुरुवार को जालेसर के सीओ गुरमीत सिंह ने बच्ची से मिलने के बाद बताया है कि बच्ची की हालत स्थिर है, वह अपने साथ हुई घटना के बारे में भी बता पा रही है। इसलिए अब आरोपितों की पहचान जल्द ही बच्ची से करवाई जाएगी।