उत्तर प्रदेश की आगरा पुलिस ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट करने वाला एक गैंग पकड़ा है। इस गैंग को चार मुस्लिम युवक चला रहे थे। यह गैंग लोगों को ED-CBI अधिकारी बन कर डराता था और उन्हें डिजिटल अरेस्ट करके करोड़ों वसूलता था। इस गैंग का सरगना बीटेक कर चुका है।
आगरा पुलिस ने गुरुवार (10 अक्टूबर, 2024) को इस ठग गैंग का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि यह चारों दिल्ली में बैठ कर ठगी करते थे। यहाँ इन्होने एक दफ्तर बनाया हुआ था। इनका एक गुरुग्राम में भी दफ्तर था। यह गैंग लोगों को फोन करता था और अपने आप को ED-CBI या TRAI जैसे संस्थानों का अधिकारी बताता था।
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फर्जी ट्राई, CBI, IB अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से ठगी करने वाले 04 शातिर साइबर अपराधी गिरफ्तार
गिरफ्तारी वारन्ट का भय दिखाकर ऐंठते थे मोटी रकम#थाना_साइबर_क्राइम आगरा द्वारा की गई चारों अपराधियों की गिरफ्तारी#UPPolice pic.twitter.com/HaCsFJESWe
गैंग उन लोगों को बताता था कि वह ड्रग तस्करी या फिर पैसे के हेरफेर जैसे मामले में फंस गए हैं और उन्हें डिजिटल तौर पर अरेस्ट किया जा रहा है। इसके बाद उनसे लाखों में रूपए माँगे जाते थे। गैंग उनसे ठगी करने के बाद फोन काट देता था और लोग बाद में असलियत जान पाते थे।
पुलिस ने बताया है कि इस गैंग का सरगना सोहेल अकरम है जो असम के करीमगंज का रहने वाला है। वह चेन्नई के एक कॉलेज बीटेक कर चुका है और अब ठगी करता है। वह इससे पहले बेटिंग के नाम पर भी ठगी करता था। उसके ऊपर दिल्ली में भी कई मामले दर्ज हैं।
सोहेल को दिल्ली में गिरफ्तार भी किया जा चुका है। उसके साथ मोहम्मद राजा रफीक, दानिश और कादिर भी शामिल थे। यह ठगी के लिए फर्जी सिम का जुगाड़ करते थे। जिन खातों में पैसा मंगाया जाता था वह किसी मजदूर का होता था। उन्हें लालच देकर यह पैसा मंगाया जाता था।
आगरा पुलिस ने यह गिरफ्तारी एक छापेमारी में की है। इन ने आगरा के एक पूर्व रेलवे कर्मी को ठगा था। रेलवे कर्मी को इन्होने TRAI का अधिकारी बनके फोन किया था और धमकी देकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया था। रेलवे कर्मी नईम मिर्जा बेग ने इनके खाते में ₹14 लाख डाले थे। उन्होंने बाद में इस मामले में शिकायत दर्ज करवाई।
जब पुलिस ने इस मामले की जाँच के लिए फोन नम्बर और खाते की जाँच चालू की। पुलिस को पता चला कि जिस खाते में इन्होने नईम बेग से ठगी की है उसमें अलग-अलग जगह से इन लोगों ने ₹2.70 करोड़ भी मँगाए हैं। पुलिस ने इसके बाद एक के बाद एक कड़ी खोलनी चालू की।
फर्जी ट्राई, CBI, IB अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से ठगी करने व गिरफ्तारी वारन्ट का भय दिखाकर मोटी रकम ऐंठने वाले 04 शातिर साइबर अपराधी को #थाना_साइबर_क्राइम आगरा पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किये जाने के सम्बन्ध में @DCPCityAgra द्वारा दी गई बाइट। https://t.co/X0aSjL7mSF pic.twitter.com/D7ihYfn71I
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इसके बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। पता चला है कि इन लोगों ने पिछले कुछ ही दिनों में ₹4 करोड़ ठगे हैं। आगरा पुलिस ने बताया है कि उत्तर प्रदेश में डिजिटल अरेस्ट के मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। पुलिस ने कहा है कि इनके कई और साथी अभी गिरफ्तार किए जाने हैं, उनकी टीमें तलाश कर रही हैं।