इंटरनेशनल फ्लाइट में एक बुजुर्ग महिला पर नशे में पेशाब करने के आरोपित शंकर मिश्रा ने कोर्ट में कहा कि उसने महिला पर पेशाब नहीं किया, बल्कि महिला ने खुद ही पेशाब किया है। मिश्रा ने दावा कि महिला यूरीनरी इंकॉन्टिनेंस (मूत्राशय का कंट्रोल नहीं रहने की बीमारी) से पीड़ित है।
बता दें कि अमेरिकी कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट (इंडिया) के पद पर तैनात शंकर मिश्रा ने 26 नवंबर 2022 को न्यूयॉर्क से दिल्ली आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट में बगल में बैठी महिला पर पेशाब कर दिया था। कहा जा रहा है कि उस वक्त मिश्रा नशे में था। घटना सामने आने के बाद वेल्स फार्गो ने उसे कंपनी ने निकाल दिया था।
इन घटना को लेकर खूब फजीहत हुई थी। यह भी खबर आई थी कि इस घटना के बाद शंकर मिश्रा ने 72 वर्षीय महिला से अपने बीवी-बच्चों का वास्ता देकर रोते हुए माफी माँगी थी। हालाँकि बाद में महिला ने शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने 34 वर्षीय मिश्रा को 7 जनवरी 2023 को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद से वह न्यायिक हिरासत में है।
आज शुक्रवार (13 जनवरी 2023) को दिल्ली के सेशन कोर्ट में सुनवाई के दौरान शंकर मिश्रा के वकील ने कोर्ट में बताया, “शिकायतकर्ता महिला की सीट ब्लॉक कर दी गई थी। उनके (मिश्रा) के लिए वहाँ जाना संभव नहीं था। महिला को ‘असंयम’ की समस्या है। उसने खुद पर पेशाब किया। वह एक कथक नर्तकी है और 80% कथक नर्तकियों को यह समस्या है।”
मिश्रा के बचाव में उनके वकील रमेश गुप्ता ने आगे तर्क दिया, “उनकी (महिला की) सीट पर केवल पीछे से ही जाया जा सकता था, और किसी भी हालत में मूत्र सीट के सामने वाले हिस्से तक नहीं पहुँच सकता था। साथ ही, शिकायतकर्ता के पीछे बैठे यात्री ने ऐसी कोई शिकायत नहीं की थी।”
वकील ने इस पूरी जाँच प्रक्रिया को ‘मजाक’ बताया। गुप्ता ने पुलिस और मीडिया को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस और मीडिया ने मामले का मजाक बनाया था। वकील गुप्ता ने आगे कहा कि प्राथमिकी में कहा गया है कि शिकायतकर्ता ने बताया है कि सीट नंबर 8A पर बैठे व्यक्ति ने उस पर पेशाब किया और मिश्रा 8A पर नहीं बैठे थे।
हालाँकि, मिश्रा के वकील का तर्क सुनने के बाद जज ने कहा कि फ्लाइट के एक तरफ से दूसरी तरफ जाना नामुमकिन नहीं है। जज ने कहा कि उन्होंने भी यात्रा की है और कोई भी व्यक्ति किसी भी पंक्ति से आ सकता है और किसी भी सीट पर जा सकता है। कोर्ट ने मिश्रा को जमानत देने से इनकार कर दिया। जज ने फ्लाइट सीटिंग का डायग्राम भी माँगा।
दिल्ली पुलिस ने मिश्रा के खिलाफ IPC की धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत), 354 (महिला का शील भंग करने के इरादे से हमला या आपराधिक इरादा), 509 (शब्द, हावभाव या कृत्य से महिला के अपमान का इरादा), 510 (शराबी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक तौर पर दुराचार) के साथ-साथ विमानन नियमों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
एयर इंडिया ने उस घटना की पुष्टि की थी, जिसमें शंकर मिश्रा नशे की हालत में महिला यात्री पर पेशाब कर दिया था। मिश्रा महिला की सीट के सामने खड़ा होकर अपनी पतलून की जिप खोली और अपने शिश्न को निकाल कर उस पर पेशाब करने लगा। इतना ही नहीं, पेशाब करने के बाद भी उसी अवस्था में महिला की सीट के पास खड़ा रहा। इसके बाद दूसरे यात्री ने उसे जाने के लिए कहा।
बुजुर्ग महिला ने इस घटना को लेकर टाटा समूह को पत्र भी लिखा। उसने पत्र में कहा गया कि पेशाब से भीगे उसके कपड़े को बदलने के लिए एयर इंडिया के चालक दल के सदस्यों ने उसे एक जोड़ी पजामा और चप्पल दी। इतना ही नहीं, चालक दल के सदस्यों ने मिश्रा को सामने लाकर उस महिला से बातचीत करने के लिए मजबूर भी किया। महिला का कहना है कि यह उसके लिए सदमे जैसी स्थिति थी।
पेशाब करने के बाद मिश्रा को जैसे ही कुछ होश आया, उसने अपने बगल में बैठे यात्री से कहा, ‘भाई लगता है कि मैं किसी समस्या में फँस गया हूँ’। मिश्रा के सीट के बगल में बैठे अमेरिका में डॉक्टर सुगत भट्टाचार्य ने बताया कि खाना खाने के दौरान ही वह चार ग्लास सिंगल माल्ट ह्विस्की पी गया था। भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि वह पियक्कड़ लग रहा था और इससे पहले भी उसने जरूर पी रखी होगी।