मुंबई की NDPS कोर्ट ने विवादास्पद अभिनेता एजाज खान की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा है कि यह व्यक्ति समाज के लिए खतरा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने कहा कि अभिनेता ने युवा लड़कियों और लड़कों को कंट्राबेंड (प्रतिबंधित सामान) की आपूर्ति करने के लिए अपनी बीबी के नाम पर जाली प्रिस्क्रिप्शन (Forged Prescriptions) बनवाए।
कोर्ट ने संज्ञान लिया कि 16 जनवरी 2020 के प्रिस्क्रिप्शन में गोलियों की मात्रा मिलीग्राम में अंकित करने के स्थान पर सिर्फ खुराकों की संख्या लिखी गई थी। अभिनेता की पर्ची में 20 खुराक का जिक्र था, लेकिन दवा के वजन का कोई उल्लेख नहीं था, जो कि अनिवार्य रूप से हर चिकित्सा प्रिस्क्रिप्शन में होता है। अदालत ने कहा कि कोई भी डॉक्टर चिकित्सकीय प्रिस्क्रिप्शन में वजन [ग्राम (g), मिलीग्राम (mg) या माइक्रोग्राम (mcg)] का उल्लेख किए बिना कभी भी कोई दवा नहीं लिखेगा।
अदालत ने कहा कि दोनों प्रिस्क्रिप्शन की लिखावट देख कर भी यह नहीं लगता कि यह किसी डॉक्टर ने लिखा था। कोर्ट ने पाया कि एजाज की बीबी का प्रिस्क्रिप्शन दिसंबर 2020 और जनवरी 2021 का था, जबकि मार्च और अप्रैल 2021 में उसके घर से 31 अल्प्राजोलम टैबलेट बरामद किए गए थे।
अदालत ने कहा, “मेरी राय में, प्रथम दृष्टया यह मानने के लिए भी किसी सबूत की आवश्यकता नहीं है कि ये प्रिस्क्रिप्शन जाली और मनगढ़ंत हैं।” यहाँ यह ध्यान देने योग्य बात है कि खान ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा था कि उनके घर पर केवल 4 नींद की गोलियाँ मिली थीं और गर्भपात के बाद उनकी बीबी डिप्रेशन से उबरने के लिए इसका इस्तेमाल कर रही थी।
जमानत देने से समाज में गलत संदेश जाएगा: कोर्ट
छोटे बच्चों को ड्रग्स देकर उनका शोषण करने के लिए एजाज खान की आलोचना करते हुए अदालत ने कहा कि अभिनेता को जमानत देने से समाज में गलत मिसाल कायम होगी। अदालत ने कहा, “ऐसे व्यक्ति को जमानत देना अवैध कार्य और आरोपित के बुरे दृष्टिकोण को बढ़ावा देना होगा, जो कानून का पालन करने वाले समाज को एक बुरा संदेश देगा।”
अदालत ने अहमदाबाद के एक डॉक्टर के बयान पर भरोसा करते हुए कहा कि गवाह का बयान स्पष्ट रूप से बताता है कि खान कौन है और जीवन में उसकी स्थिति क्या है। बता दें कि इस डॉक्टर ने आरोपित अभिनेता के लिए फर्जी प्रिस्क्रिप्शन लिखने से इनकार कर दिया था। अभिनेता द्वारा दायर जमानत याचिका पर सुनवाई में कोई दया नहीं दिखाते हुए NDPS अदालत ने कहा कि कानून और इसकी प्रक्रिया केवल उन लोगों की मदद करती है जो सच्चे होते हैं, न कि उनकी जो अनुकूल आदेश प्राप्त करने के लिए किसी भी हद तक जाते हैं।
NCB ने किया था गिरफ्तार
बॉलीवुड ड्रग नेक्सस मामले की जाँच के सिलसिले में अभिनेता एजाज खान को एनसीबी ने 30 मार्च 2021 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एनसीबी ने अभिनेता से संबंधित विभिन्न स्थानों पर भी छापेमारी की थी। एजेंसी ने कहा था कि मुंबई के अंधेरी और लोखंडवाला इलाकों में तलाशी के दौरान उनके आवास से अल्प्राजोलम की गोलियाँ मिली थीं।
उस पर शादाब बटाटा गिरोह का सदस्य होने का आरोप है। एनसीबी ने कहा कि उसके घर की तलाशी के दौरान 4.5 ग्राम अल्प्राजोलम टैबलेट बरामद किया गया था, लेकिन उसे मुख्य रूप से बटाटा गैंग से जुड़े होने के कारण गिरफ्तार किया गया।
एनसीबी अधिकारियों ने यह भी तर्क दिया कि एजाज खान नशीले पदार्थों के तस्कर शादाब फारूक शेख उर्फ शादाब बटाटा के सिंडिकेट का हिस्सा है। शेख को एक सप्ताह पहले गिरफ्तार किया गया था और उसके पास से 2 किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित मेफेड्रोन दवा बरामद की गई थी। बटाटा द्वारा किए गए खुलासे के आधार पर खान को गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब है कि एजाज खान को फेसबुक लाइव वीडियो में की गई सांप्रदायिक टिप्पणी के लिए अप्रैल 2020 में मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था। फेसबुक लाइव में एजाज खान ने कहा था, “अगर एक चींटी मर जाती है तो एक मुसलमान जिम्मेदार होता है, अगर एक हाथी मर जाता है तो एक मुसलमान जिम्मेदार होता है। अगर दिल्ली में भूकंप आता है तो एक मुसलमान जिम्मेदार होता है, यानी किसी भी घटना के लिए मुसलमान जिम्मेदार होता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस साजिश के लिए कौन जिम्मेदार है?” उन्होंने यह कहते हुए विवाद को जन्म दिया था कि वह किसी भी समय भारतीय संविधान की जगह कुरान का चयन करेंगे। विवादास्पद अभिनेता को कॉन्ग्रेस नेता हार्दिक पटेल से भी समर्थन मिला था।