उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 19 जून 2023 को एक मुस्लिम महिला ने आत्महत्या कर ली। मृतक महिला मुस्कान ने कुछ साल पहले घर से भागकर दीपक नामक लड़के से शादी की थी। मुस्कान की मौत की खबर को सोशल मीडिया पर ‘भगवा लव ट्रैप’ बताकर तेजी से फैलाने की कोशिश को गई।
सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि दीपक ने घर वापसी कराने के उद्देश्य से मुस्कान से शादी की थी। इसके बाद अब उसकी हत्या कर दी। हालाँकि मामले की जाँच कर रही पुलिस ने पाया कि मुस्कान 1 साल पहले ही दीपक से अलग हो चुकी थी। दीपक से अलग होने के बाद से वह मोहम्मद फैजान नामक व्यक्ति के साथ रह रही थी।
The incident was widely shared on social media with claims of ‘bhagwa love trap’ as you can see. Most of these fake news propagators describe themselves as journalists pic.twitter.com/RcnEjMpM0u
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) June 23, 2023
इस्लामवादियों से लेकर वामपंथी लिबरलों तक ने सोशल मीडिया पर यह बताने की कोशिश की कि मुस्कान की मौत कारण ‘भगवा लव ट्रैप’ है। बता दें कि लव जिहाद की वास्तविकता पर पर्दा डालने के लिए इस्लामवादी मनगढ़ंत तरीके से ‘भगवा लव ट्रैप’ शब्द को फैलाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘द वायर’ के कथित पत्रकार जाकिर अली त्यागी, मुस्लिम कार्यकर्ता कासिफ अरसलान, शाहीन खान, पत्रकार सदफ आफरीन और कविश अजीज जैसे कई ट्विटर यूजर ने दीपक को तथाकथित ‘भगवा लव ट्रैप’ के तहत आरोपित घोषित करने की कोशिश की।
स्वराज्य की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ने आत्महत्या की थी। अलीगढ़ के कोतवाली एसएचओ ने भी आत्महत्या की पुष्टि की है। उन्होंने यह भी क्या है कि इस मामले में मोहम्मद फैजान नामक व्यक्ति ने गुरुवार (22 जून, 2023) को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। फैजान ने कोर्ट में कहा है कि मुस्कान उस पर निकाह के लिए दबाव डाल रही थी। लेकिन वह निकाह नहीं करना चाहता था।
SHO का कहना है कि फैजान के मकान मालिक ने कहा है कि 19 जून की सुबह फैजान घर छोड़कर अपने एक रिश्तेदार से मिलने चला गया था। इसके बाद रात 10 बजे मुस्कान का शव छत से लटका हुआ मिला। स्वराज्य ने SHO रामवकील सिंह के हवाले से कहा है कि मकान मालिक को फैजान के कमरे से दिनभर किसी तरह की आवाज नहीं आई। इसके बाद उसने रात करीब 10 बजे दरवाजे को हल्का सा थपथपाया। दरवाजे पर ठोकर लगते ही वह तुरंत खुल गया। जहाँ उन्होंने देखा कि मुस्कान का शव लटका हुआ था।
मुस्कान के अम्मी-अब्बू के बयान के सहारे गढ़ा ‘भगवा लव ट्रैप’
मुस्कान के अम्मी-अब्बू ने नगर कोतवाली में एक लिखित आवेदन दिया था। एसएचओ का कहना है कि मुस्कान के घर वालों ने बीते कुछ समय से उससे बात नहीं की थी। इसलिए उन्हें यह नहीं पता था कि मुस्कान दीपक को छोड़ कर किसी और के साथ रह रही थी। SHO का कहना है कि मुस्कान साल 2019 में दीपक के साथ भाग गई थी। लड़की नाबालिग थी, ऐसे में उसके घरवालों ने मुस्कान के अपहरण का अंदेशा जताते हुए FIR दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने उसे दीपक के पास से बरामद किया।
हालाँकि फिर कोर्ट में पेश होने के बाद मुस्कान ने बयान में कहा था कि दीपक ने उसका अपहरण नहीं किया था, बल्कि वह उसके साथ भागकर गई थी। इसके बाद कोर्ट ने दीपक को जमानत पर रिहा कर दिया था। कुछ समय बाद दोनों एक बार फिर भाग गए और साथ रहने लगे। SHO का कहना है कि फिलहाल यह साफ नहीं है कि दीपक और मुस्कान ने कानूनी तौर पर शादी की थी या नहीं।
शुरुआती जाँच में सामने आया है कि दीपक से अलग होने के बाद मुस्कान करीब ढाई साल से अलीगढ़ के ही फैजान के साथ रह रही थी। सर्किल ऑफिसर अभय कुमार पांडे का कहना है कि फैजान को फिलहाल आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में न्यायिक हिरासत में रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में ‘भगवा लव ट्रैप’ के दावे बेतुके हैं।
इस्लामवादियों ने साजिश के तहत गढ़ा ‘भगवा लव ट्रैप’
इस्लामी संगठन यह प्रोपेगेंडा फैलाने में लगे हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) हिंदू पुरुषों को मुस्लिम महिलाओं को ‘फँसाने’ और फिर उन्हें हिंदू बनाने के लिए ट्रेनिंग देता है। मौलवी से लेकर राजनीतिक पार्टियों से जुड़े इस्लामवादी, पत्रकार सोशल मीडिया में ‘भगवा लव ट्रैप’ का नैरेटिव चलाने की कोशिश में रहते हैं।
बीते कुछ समय में ऐसी कई घटनाएँ सामने आईं हैं, जिनमें मुस्लिम लड़की के साथ हिंदू लड़के के होने मात्र से ही या तो उसे परेशान किया गया है या फिर बदसलूकी कर उसके साथ मारपीट की गई है। ‘भगवा लव ट्रैप’ के फर्जी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस्लामवादी और लिबरल गिरोह किसी भी हद तक गिरने को तैयार हैं। फैजान के चलते मुस्कान की आत्महत्या को दीपक के साथ जोड़ना इसका जीता जागता सबूत है।