उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द बनाने रखने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है। संवेदनशील इलाक़ों पर ख़ास नज़र रखी जा रही है। ऐसे में अलीगढ़ में एक मस्जिद को ढक दिया गया ताकि कोई भी अप्रिय घटना न हो। देश और दुनिया में होली का त्यौहार मंगलवार (मार्च 10, 2020) को है लेकिन इसका खुमार इसके कई दिनों पहले से ही चढ़ जाता है और रंग-गुलाल उड़ने लगते हैं। इसीलिए एहतियातन मस्जिद को शामियाने से ढका गया है।
अलीगढ़ के एसपी अभिषेक ने बताया कि शहर के अति संवेदनशील अब्दुल करीम चौराहे पर स्थित हलवाईयान मस्जिद को शामियाने से ढक दिया गया है। उन्होंने बताया कि ऐसा इसीलिए किया गया है ताकि कहीं कोई मस्जिद पर रंग न फेंक दे। इस क्षेत्र में सांप्रदायिक घटनाओं का पुराना इतिहास रहा है और इसीलिए प्रशासन पहले से ही तैयार है। हालाँकि, ये भी कहा जा रहा है कि इस मस्जिद को पहले भी ढका जाता रहा है। लेकिन, इस बार सीएए और एनआरसी के ख़िलाफ़ चल रहे विरोध प्रदर्शनों को देखने हुए प्रशासन ज्यादा सावधानी बरत रहा है।
मस्जिद को ढकने के लिए दो तरह के तिरपालों का प्रयोग किया गया है। एक काले तिरपाल और एक लाल-पीले तिरपाल का प्रयोग किया गया है। अलीगढ़ में होली पर व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के लिए क़रीब 5000 लोगों नोटिस जारी किया गया है और 1000 लोगों को पाबंद किया गया है। किसी छत पर पत्थर वगैरह या कोई संवेदनशील चीज न रखी हो, इसके लिए ड्रोन कैमरों से छतों की निगरानी की जा रही है। पुलिस बल लगातार पेट्रोलिंग में लगी हुई है।
Aligarh: Halwaiyan Masjid has been covered ahead of the #Holi festival. Abhishek, SP City Aligarh says, “the area is sensitive. This trend is followed so that communal harmony can be maintained in the area.” (08.03) pic.twitter.com/MLINaVRRBc
— ANI UP (@ANINewsUP) March 8, 2020
रैपिड एक्शन फोर्स को भी पेट्रोलिंग के काम में लगाया गया है। अब्दुल करीम चौक पर बड़ी संख्या में लोग होली खेलने आते हैं, इसीलिए यहाँ ख़ास सुरक्षा-व्यवस्था रखी गई है। जहाँ तक लोगों की होली की तैयारी की बात है, बाजारों में मोदी-योगी के चित्र वाले पतंगों की धूम मची हुई है। अलीगढ़ में होली के साथ-साथ पतंगबाजी का प्रचलन रहा है और सांप्रदायिक सौहार्द के लिए प्रशासन भी इसे बढ़ावा देता रहा है।