Sunday, December 22, 2024
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अमेठी हत्‍याकांड: 24 घंटों में ताबड़तोड़ छापेमारी, 3 नामजद आरोपित गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने इस मामले पर कहा है कि उन्हें मामले में पुरानी रंजिश का पता चला है। और अभी वे यह भी पता कर रहे हैं कि कहीं कोई राजनीतिक दुश्मनी तो नहीं थी।

उत्तर प्रदेश के अमेठी से नवनिर्वाचित सांसद स्मृति ईरानी के करीबी माने जाने वाले भाजपा कार्यकर्ता और बरौलिया गाँव के पूर्व प्रधान सुरेंद्र सिंह की हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इंडिया टीवी की खबर के मुताबिक 24 घंटे लगातार छापेमारी करने के बाद पुलिस ने 3 नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अभी फरार हैं। गिरफ्तार आरोपितों के नाम नसीम (झोलाछाप डॉक्टर), धर्मनाथ गुप्ता (पूर्व प्रत्याशी ग्राम प्रधान बरौलिया) और रामचंद्र (वर्तमान में बीडीसी) हैं। आरोपित वसीम और गोलू की गिरफ्तारी के लिए कुछ लोगों को हिरासत में लेकर दबिश दी जा रही है।

गौरतलब है शनिवार (मई 25, 2019) की रात सोते हुए सुरेंद्र सिंह पर अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोली बरसा कर हत्या कर दी थी। गोली लगने से घायल सुरेंद्र सिंह को लखनऊ ट्रामा सेंटर ले जाया जाने लगा लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। मृतक सुरेंद्र सिंह के परिवार ने कहा कि उन सभी ने मिल कर ‘दीदी’ को जिताने के लिए प्रचार किया था, इसी का बदला लिया गया है।

मृतक की पत्नी रुक्मिणी देवी ने कहा कि स्मृति ईरानी ने उनसे मिल कर उनके बच्चों का अपने बच्चों की तरह ख्याल रखने की बात कही है। रुक्मिणी देवी ने बताया कि स्मृति ईरानी ने उनके बच्चों को सुरक्षा देने का भी आश्वासन दिया। स्मृति ईरानी ने अमेठी के बरौली गाँव के पूर्व प्रधान मृतक सुरेंद्र सिंह के शव को कंधा दिया और परिवार से मिल कर उन्हें ढाँढस बँधाया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने सुरेंद्र सिंह जी के परिवार के सामने ये कसम खाई है कि जिसने उन्हें गोली मारी है और जिसने मरवाई है, उसे मैं मृत्युदंड दिलाकर रहूँगी, चाहे इसके लिए मुझे सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़े।”

इंडिया टीवी की खबर के मुताबिक लखनऊ में उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने इस मामले पर कहा है कि उन्हें मामले में पुरानी रंजिश का पता चला है। और अभी वे यह भी पता कर रहे हैं कि कहीं कोई राजनीतिक दुश्मनी तो नहीं थी। यूपी पुलिस टीम की सघन जाँच चालू है। उनके मुताबिक अब तक 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही उन्हें इलेक्ट्रानिक सर्विलांस से भी कुछ महत्वपूर्ण तथ्य भी मिले हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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