उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित विधानसभा के सामने एक महिला (पहले नाम अंजना तिवारी, बाद में आएशा रज़ा) ने आत्मदाह का प्रयास किया था। इस घटना में उसका शरीर 90 फ़ीसदी तक झुलस गया था, अब उस महिला की मृत्यु हो गई है। इस मामले में कॉन्ग्रेस के अनुसूचित प्रकोष्ठ के चेयरमैन आलोक कुमार के विरुद्ध आत्मदाह करने के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया।
ज़ी न्यूज़ में प्रकाशित ख़बर के अनुसार पूरा घटनाक्रम लव जिहाद का बताया गया। 8 अक्टूबर को यह घटना सबसे पहले सामने आई, जब महाराजगंज की निवासी महिला ने डीआईजी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उसने कहा था कि महाराजगंज के कॉन्ग्रेस नेता आलोक कुमार ने आत्मदाह के लिए उकसाया था।
इसके अलावा उसने अपनी शिकायत में लिखा था कि साल 2012 में उसकी (अंजना तिवारी की) शादी एक युवक से हुई थी। युवक नशे का आदी था, इसलिए साल 2015 में दोनों का रिश्ता टूट गया था। इसके बाद महिला ने अपनी बहन के साथ एक दुकान पर काम करना शुरू कर दिया, तभी उसकी आसिफ रज़ा नाम के युवक से बात शुरू हुई।
35 वर्षीय महिला (पहले नाम अंजना तिवारी, बाद में आएशा रज़ा) ने आसिफ नाम के युवक से निकाह किया था। लेकिन इस निकाह के पहले की कहानी रोचक है। स्थानीय मीडिया और जी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार निकाह से पहले आसिफ ने अंजना के साथ काफी समय तक दुष्कर्म (निकाह के नाम पर) किया था। इतना ही नहीं, निकाह के बाद आसिफ सऊदी अरब चला गया और फिर आसिफ के परिजन आएशा (निकाह के बाद अंजना का नाम) को प्रताड़ित करने लगे थे।
#BREAKING | UP विधानभवन के बाहर खुद को आग के हवाले करने वाली महिला की हुई मौत@myogiadityanath @CMOfficeUP @Uppolice #Anjali @VHPDigital @BJP4UP #LoveJihad @himaninaithani @Sumit_Zee pic.twitter.com/YpJHL3L2N6
— ZEE HINDUSTAN (@Zee_Hindustan) October 14, 2020
अन्य स्थानीय मीडिया पोर्टलों पर प्रकाशित खबर के अनुसार आसिफ ने मूल रूप से झारखंड की रहने वाली अंजना तिवारी को बहला फुसला कर अपने प्रेम जाल में फँसाया। फिर शादी का झाँसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। महिला ने इस तरह के तमाम अत्याचार झेलने के बाद पुलिस से शिकायत की, फिर आसिफ ने मौलवी बुला कर निकाह रचा लिया।
दोनों का निकाह तो हो गया लेकिन इसके बाद आसिफ के परिवार वालों ने महिला (आएशा) को स्वीकार करने से मना कर दिया और फिर वह महाराजगंज में ही किराए का घर लेकर महिला के साथ रहने लगा। इसके कुछ समय बाद आसिफ दुबई चला गया और वहाँ से महिला पर धर्म परिवर्तन का दबाव (निकाह हुआ था, नाम भी बदल गया था, शायद यह दबाव धार्मिक रहन-सहन को लेकर हुआ होगा) बनाने लगा।
आसिफ ने लगातार धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया और महिला के नकारने पर पहले बात करना बंद किया और अंत में आर्थिक मदद भी बंद कर दिया। इसके बाद वह अपने ससुराल पहुँची लेकिन वहाँ भी आसिफ के परिजनों ने उसके साथ मारपीट की और प्रताड़ित किया। इतना ही नहीं, आसिफ के परिजनों ने भी महिला पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। उन्होंने भी महिला को अंजना तिवारी से आएशा रज़ा/आएशा बेगम बनने की बात कही। इन तमाम बातों से क्षुब्ध होकर उसने यह कदम उठाया।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा के सामने ही अंजना तिवारी ने खुद के शरीर में आग लगा कर आत्मदाह का प्रयास किया था। महिला ने जैसे ही खुद को आग लगाई, पुलिस ने पहुँच कर उसे बचाया और अस्पताल ले जाया गया। हालाँकि चिकित्सकों ने पहले ही महिला की स्थिति को गम्भीर बता दिया था। बुधवार (14 अक्टूबर 2020) से महिला की स्थिति बिगड़नी शुरू हो गई थी। अब उसकी मृत्यु की सूचना महाराजगंज और गोरखपुर पुलिस को भी दी जा चुकी है।