दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 13 मार्च को तिहाड़ जेल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने इंडियन मुजाहिद्दीन (IM) के आतंकी तहसीन अख्तर के बैरक से मिले मोबाइल फोन को लेकर पूछताछ की। अख्तर को बम बनाने के लिए जाना जाता है। वह यासीन भटकल का करीबी सहयोगी है, जिसने इंडियन मुजाहिद्दीन आतंकवादी समूह की स्थापना की थी।
While Sachin Vaze has been arrested by NIA, Special Cell is likely to arrest IM terrorist Tehsin Akhtar in the case. He was questioned for six hours on Saturday. The phone on which the Telegram a/c of Jaish-ul-hind was created was seized from his barracks earlier. #AntiliaCase pic.twitter.com/mUAifAP8w9
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) March 14, 2021
कथित तौर पर फोन का इस्तेमाल टेलीग्राम चैनल बनाने के लिए किया गया था, जिसमें जैश-उल-हिंद एक समूह था। इसी चैनल से 27 फरवरी की रात मुकेश अंबानी के घर के बाहर एसयूवी खड़ी करने की जिम्मेदारी ली गई थी। इसी समूह ने इस साल जनवरी में इज़राइल दूतावास के पास कम तीव्रता वाले बम विस्फोट की जिम्मेदारी भी ली थी।
रिपोर्टों से पता चला है कि जेल नंबर 8 में उसके बैरक से दो स्मार्टफोन बरामद किए गए थे। शुक्रवार को पुलिस ने अख्तर से पूछताछ करने के लिए स्थानीय अदालत से अनुमति माँगी। हिंदुस्तान टाइम्स ने एक जेल अधिकारी के हवाले से कहा, ”विशेष सेल अधिकारी तहसीन अख्तर से पूछताछ कर रहे हैं। हमने उन्हें गुरुवार (मार्च 11, 2021) रात को फोन सौंप दिया था। वे 13 मार्च की दोपहर में आए और अभी भी अंदर पूछताछ कर रहे हैं।”
कई आतंकवादियों ने फोन का इस्तेमाल किया- रिपोर्ट्स
जब पुलिस को फोन के बारे में पता चला और उसने एक निजी साइबर एजेंसी की मदद से इसका पता लगाया, तो पाया कि यह फोन या तो तिहाड़ जेल में या फिर इसके आस-पास ऑपरेट किया जा रहा है। शुरुआती जाँच के दौरान, पुलिस ने पाया कि कम से कम पाँच अन्य आतंकवादियों ने फोन का इस्तेमाल किया।
ऐसा माना जाता है कि इज़राइली दूतावास के बाहर हुए धमाके में भी इसी फोन का इस्तेमाल किया गया होगा। उप-जेल नंबर 8 में दर्ज अन्य आतंकवादी हैं, जिनके अल-कायदा और अंडरवर्ल्ड अपराधियों से संबंध हैं।
भारत में कई विस्फोटों में अख्तर की भागीदारी
अख्तर 2006 से 2013 तक बम विस्फोटों की सीरीज में शामिल था, जिसमें वाराणसी में 2006 विस्फोट, मुंबई में 2011 के सीरियल धमाकों और हैदराबाद में 2013 के विस्फोट शामिल हैं। उसे 2013 के हैदराबाद विस्फोट मामले में शामिल होने के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी।
एंटीलिया बम कांड मामला
गौरतलब है कि हाल ही में, बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के घर (एंटीलिया) के बाहर एक संदिग्ध कार बरामद हुई थी। मामले में मुंबई पुलिस के विवादित अधिकारी सचिन वाजे को NIA ने गिरफ्तार कर लिया है। सचिन वाजे से शनिवार (मार्च 13, 2021) को 12 घंटे तक पूछताछ की गई और फिर देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
वाजे की गिरफ्तारी के बाद मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली स्कॉर्पियो कार को लेकर बड़ा खुलासा हुआ। ख़बरों में बताया गया कि एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो वही थी, जिसका इस्तेमाल अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी के दौरान सचिन वाजे ने किया था।
ख़बरों में कहा जा रहा है कि ATS को अब वो CCTV फुटेज भी मिल गया है, जिसमें अर्णब गोस्वामी की गिरफ़्तारी से उसका कनेक्शन सामने आ रहा है। ये भी पता चला है कि उस गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर फेक है।