अनुराग कश्यप का बड़ा नाम है फिल्म इंडस्ट्री में। उससे भी बड़ा लिबरल समुदाय में। कल 19 सितंबर को जब पायल घोष ने इन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया तो नाम और भी बड़ा हो गया। पक्के ‘फेमिनिस्ट’ की भाँति 4 ट्वीट करके इन्होंने खुद को पाक-साफ भी बता दिया।
लेकिन अनुराग कश्यप का नाम यौन उत्पीड़न, जबरन सीन ठूँसने या MeToo जैसे मामले में पहली बार आया हो, ऐसा नहीं है। पक्के ‘फेमिनिस्ट’ अनुराग पर 2018 में भी यौन उत्पीड़न तो नहीं लेकिन बार-बार एक ही तरह का सीन (न्यूड सीन करवाने) करवाने का आरोप लग चुका है।
कुबरा सैत ने सेक्रेड गेम्स में एक ट्रांसजेंडर कैरेक्टर का रोल निभाया था। इसी रोल के लिए निर्देशक अनुराग कश्यप ने कुबरा को बार-बार न्यूड सीन करवाया था। सीन को समझाने के लिए अनुराग खुद कुबरा के लिए व्हिस्की का ग्लास भरते और पूरे इमोशन से डायलॉग बोलते थे। 2018 में टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने इसका खुलासा किया था।
उन्होंने सेक्रेड गेम्स में अपने अनुभव के आधार पर बताया था, “उसने (अनुराग ने) मुझसे 7 बार सीन करवाया। हर बार सीन के बाद, वह मेरे पास आता है और कहता है सॉरी, मैं आपको बार-बार ऐसा करने के लिए कह रहा हूँ, सॉरी। बस एक बार और… एक और बार… एक और…“
पक्के ‘फेमिनिस्ट’ अनुराग कश्यप पर तब भी बॉलिवुड चुप रहा था, अब भी चुप है। अब तो उन्होंने चार ट्वीट लिख कर सफाई भी दे दी है।
थोड़ा और पीछे 2014 तक जाएँगे तो अनुराग कश्यप यौन शोषण के आरोपित ‘तहलका’ के संपादक का बचाव करने लगे थे। अनुराग ने फेसबुक पर तरुण तेजपाल के समर्थन में लिखा था “मैंने सीसीटीवी फुटेज देखी है और उसमें ऐसा कुछ भी नहीं है, जैसा वह लड़की (पीड़िता) तरुण तेजपाल के बारे में कह रही है।”