भारतीय सेना और असम राइफल्स के जवानों ने बुधवार (दिसंबर 2, 2020) को असम के डिब्रूगढ़ जिले के नहरकटिया में NSCN (K) के एक प्रमुख हथियार और गोला-बारूद सप्लायर को धर-दबोचा। हथियारों के सप्लायर की पहचान शिवसागर जिले के नमती चाराली निवासी साजिद अली के रूप में की गई।
हथियार सप्लायर के कब्जे से जिंदा गोला-बारूद और हथियार बरामद किए गए। सूत्रों के मुताबिक, साजिद अली ने एनएससीएन (के) को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति की। उसकी गिरफ्तारी को विद्रोही समूह के लिए बड़ा झटका बताया जा रहा है। साजिद अली उग्रवाद को समर्थन देता था और साथ ही जिहादी तत्वों के द्वारा घृणा फैलाने में लगातार भागीदार रहा।
गिरफ्तार अपराधी साजिद अली सशस्त्र कैडर को सहायता प्रदान करने में भी कथित रूप से शामिल था और असम और नागालैंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में विद्रोही समूह के लिए अवैध गतिविधियों को अंजाम देता था।
डिब्रूगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पद्मनाव बरुआ ने कहा, “एनएससीएन (के) के एक हथियार और गोला-बारूद आपूर्तिकर्ता को सेना द्वारा गिरफ्तार किया गया था और उसे नहरकटिया पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया था। हमने पूछताछ शुरू कर दी है और उसे अदालत में भेज दिया है।”
उन्होंने बताया, “वह एनएससीएन (के) के लिए हथियारों और गोला-बारूद की तस्करी में शामिल होने के साथ ही सशस्त्र संवर्गों को सहायता प्रदान करने में भी शामिल था। वह असम एवं नागालैंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में विद्रोही समूह के लिए विभिन्न अवैध गतिविधियों को अंजाम देता था।”
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने गणतंत्र दिवस समारोह से पहले असम, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं पर विद्रोही समूहों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है। सर्दियों के दौरान, विद्रोही समूह हथियारों और गोला-बारूद, खाद्य आपूर्ति और पैसे की खरीद करने की कोशिश करते हैं जो बारिश के मौसम में इतना आसान नहीं है।
नागालैंड के बाहर एनएससीएन (आईएम) और अन्य आतंकवादी समूहों के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किया गया है। हाल ही में सेना के प्रमुख जनरल एमएम नरवान खुद राज्य की राजधानी कोहिमा पहुँचे और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, राज्यपाल आरएन रवि और मुख्यमंत्री नीफियू रियो के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं।