गुरुवार (15 दिसंबर, 2022) को माफिया मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर एक्ट में 10 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद अब, उसके परिवार वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। इसी कड़ी में उसकी माँ और बहन के नाम पर दर्ज 8 करोड़ रुपए की कीमत के दो प्लॉट कुर्क किए गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार (17 दिसंबर, 2022) को हाजीपुर और हजरतगंज पुलिस की मौजूदगी में लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली अंतर्गत दो प्लॉटों को कुर्क किया गया है। ये प्लॉट मुख्तार अंसारी की माँ राबिया खातून उर्फ राबिया बेगम और बहन फहमीदा अंसारी के नाम पर दर्ज थे। इन दोनों प्लॉटों की कीमत करीब 8 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इस मामले में, मोहमदाबाद सीओ श्याम बहादुर सिंह का कहना है कि गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्तियों को कुर्क किया जा रहा है। इसी सिलसिले में यह कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा है कि मुख्तार ने अवैध कमाई कर ये प्लॉट खरीदकर माँ और बहन के नाम किए थे।
श्याम बहादुर सिंह ने आगे कहा है कि इन दोनों संपत्तियों की कुर्की गाजीपुर के जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर की गई है। अब ये दोनों संपत्तियाँ स्थानीय हजरतगंज पुलिस की देखरेख में रहेंगी। यदि इन प्लॉटों पर किसी भी तरह का निर्माण करने का प्रयास होता है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि गुरुवार (15 दिसंबर, 2022) को माफिया मुख्तार अंसारी और उसके साथी भीम सिंह को गाजीपुर अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई थी। इसके अलावा, कोर्ट ने मुख्तार पर 5 लाख का जुर्माना भी लगाया है।
मुख्तार अंसारी पिछले कुछ समय से यूपी के बांदा जेल में बंद है। उस पर हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, धमकी देने सहित गैंगस्टर ऐक्ट एवं अन्य ऐक्ट में 59 मामले दर्ज हैं। इनमें से 20 मामले अदालतों में अभी लंबित हैं। मुख्तार अंसारी के अलावा, उसके गिरोह के 282 लोगों पर पुलिस कार्रवाई चल रही है। इनमें से 126 पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है, जबकि 66 पर गुंडा एक्ट में कार्रवाई हुई है। मुख्तार अंसारी के 5 साथियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है।
विभिन्न मामलों में कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार अंसारी की लगभग 290 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की है। वहीं, प्रशासन ने लगभग 283 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति को नष्ट किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अपने पहले कार्यकाल में माफियाराज को खत्म करने का संकल्प लेते हुए उन्हें सलाखों के पीछे भेजने की बात कही थी। इसके बाद से प्रदेश में पुलिस-प्रशासन ने गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। इनमें से एक मुख्तार अंसारी भी है।